देहरादून, 21 जनवरी । उत्तराखंड के जोशीमठ में पानी का रिसाव घटकर अब 136 लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) हो गया है। अभी तक 863 भवनों में दरारें चिन्हित हुई हैं और 274 परिवार अस्थायी रूप से विस्थापित हुए हैं।
सचिव, आपदा प्रबन्धन डा. रंजीत कुमार सिन्हा ने शनिवार को जोशीमठ नगर क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव और भू-स्खलन के उपरान्त सरकार की ओर से किए जा रहे राहत और बचाव कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जोशीमठ में प्रारम्भ में निकलने वाले पानी का जो डिस्चार्ज 06 जनवरी 2023 को 540 एलपीएम था, वह अब वर्तमान में घटकर 136 एलपीएम हो गया है।
डा. सिन्हा ने बताया कि जोशीमठ में अभी तक कुल 863 भवनों में दरारें चिन्हित हुई हैं। गांधीनगर में 01, सिंहधार में 02, मनोहरबाग में 05, सुनील में 07 क्षेत्र/वार्ड असुरक्षित घोषित किए गए हैं। 181 भवन असुरक्षित क्षेत्र में स्थित हैं। 274 परिवार सुरक्षा के दृष्टिगत अस्थायी रूप से विस्थापित किये गये हैं। विस्थापित परिवार के सदस्यों की संख्या 921 है।
उन्होंने बताया कि जोशीमठ में अग्रिम राहत के तौर पर 3.62 करोड़ रुपये की धनराशि 242 प्रभावित परिवारों को वितरित की गई है। अस्थायी रूप से चिन्हित राहत शिविरों में जोशीमठ में कुल 650 कक्ष हैं। जिनकी क्षमता 2919 लोगों और पीपलकोटी में 491 कक्ष में 2205 लोगों की रहने की व्यवस्था है।