देहरादून, 01 मार्च । उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा क्षेत्र में हुए हिमस्खलन में रेस्क्यू अभियान अभी भी जारी है। सेना के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस हिमस्खलन में फंसे 55 श्रमिकों में से 50 को निकाला गया है, जिसमें चार की मौत हो गयी, जबकि पांच श्रमिकों की तलाश अभी जारी है।
चमोली जिले के माणा क्षेत्र में हाई-वे चौड़ीकरण के दौरान 55 श्रमिक शुक्रवार को हिस्खलन की चपेट में आ गए थे। हादसे के बाद से ही रेस्क्यू अभियान जारी है और शनिवार सुबह हिस्खलन में फंसे 55 श्रमिकों में से 50 का रेस्क्यू किया गया। इसमें से चार श्रमिकों ने दम तोड़ दिया। सेना ने चार श्रमिकों की मौत की पुष्टि की है।
मध्य कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेन गुप्ता और जीओसी उत्तर भारत क्षेत्र लेफ्टिनेंट जनरल डीजी मिश्रा हिमस्खलन क्षेत्र में चल रहे खोज और बचाव कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सभी टीमों को समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
लेफ्टिनेंट जनरल गुप्ता ने बताया कि शेष पांच श्रमिकों की खोज के लिए विशेष रेको राडार, यूएवी, क्वाडकॉप्टर, हिमस्खलन बचाव कुत्ते आदि को तैनात किया गया है। इसके अलावा हेलिकॉप्टर से भी लगातार सर्च किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अत्यधिक बर्फबारी से सड़कें अवरुद्ध होने से 06 हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं। हेलिकॉप्टरों में भारतीय सेना के 3 चीता हेलीकॉप्टर, भारतीय वायु सेना के 2 चीता हेलीकॉप्टर और एक सिविल हेलीकॉप्टर शामिल हैं।