बलिया, 03 अगस्त । बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डा. देवेन्द्र शर्मा ने बुधवार की देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक बाल अधिकार से जुड़े विषयों पर चर्चा की। उन्होंने बाल हित का हमेशा ख्याल रखते हुए बाल श्रम, बाल यौन शोषण, बाल भिक्षावृत्ति, बाल विवाह और नशा के रोकथाम पर विशेष बल दिया।
डा. देवेन्द्र शर्मा ने प्रोबेशन अधिकारी मो मुमताज को निर्देश दिया कि वात्सल्य योजना के तहत पन्द्रह दिन के अंदर ग्राम स्तर पर बाल संरक्षण इकाई का गठन सुनिश्चित कराएं, ताकि नीचे तक बाल आयोग का हर संदेश पहुंचे। इससे समाज की पांचोें कुप्रथाओं पर अंकुश लगने की दिशा में बड़ा काम होगा।
उन्होंने कहा कि नशा पर अंकुश लगाने के लिए नार्काेटिक्स विभाग व बाल संरक्षण आयोग का संयुक्त अभियान चल रहा है। फिलहाल इस अभियान के तहत महानगरों को लिया गया है। शिक्षक, डॉक्टर, आंगनबाड़ी, आशा, एएनएम, पुलिस जैसे समाज को प्रभावित करने वाले वर्ग को साथ रखके गोष्ठी की जा रही है। जल्द ही यह अभियान प्रत्येक जिलों में भी चलेगा। निश्चित रूप से इसका सकारात्मक परिणाम समाज में देखने को मिलेगा। उन्होंने कड़ाई से निर्देश दिया कि बाल श्रम की शिकायत बिल्कुल नहीं मिलनी चाहिए, अन्यथा इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। अभियान के अलावा भी इस पर लगातार नजर रखा जाए।
बैठक में सीएमओ डा. जयंत कुमार, नगर मजिस्ट्रेट माज अख्तर, जिला कार्यक्रम अधिकारी केएम पाण्डेय, श्रम व पुलिस विभाग के अधिकारी मौजूद थे।