हमीरपुर, 23 नवंबर । केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने जिला हमीरपुर में चल रहे नेशनल हाईवे के कार्य, मेडिकल कालेज और अन्य महत्वपूर्ण प्रोजेक्टों पर तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए हैं।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर गुरुवार को यहां हमीर भवन में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में विभिन्न इनफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्टों और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमीरपुर-अवाहदेवी-मंडी नेशनल हाईवे के कार्य में तेजी लाने के साथ-साथ स्थानीय लोगों की समस्याओं का भी प्राथमिकता के आधार पर निवारण किया जाना चाहिए। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों से कहा कि मटौर-शिमला फोरलेन हाईवे के तहत बनने वाले नए बाईपास की अलाइनमेंट भी सही हो ताकि आने वाले समय में इस पर वाहनों की गति में कोई व्यवधान न हो। केंद्रीय मंत्री ने हमीरपुर-गलोड़ सड़क, सीआरएफ के अंतर्गत निर्माणाधीन अन्य सड़कों की दशा सुधारने, पीएमजीएसवाई-3 के तहत मंजूर की गई 21 सड़क परियोजनाओं की टेंडर प्रक्रिया जल्द पूरी करने तथा जोल सप्पड़ में मेडिकल कालेज के नए परिसर के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सांसद निधि के तहत मंजूर कार्य भी प्राथमिकता के आधार पर पूरे किए जाने चाहिए।
केन्द्रीय मंत्री ने कृषि और बागवानी विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे किसानों को नैनो यूरिया के प्रयोग, फसल बीमा योजना और प्राकृतिक खेती के बारे में जागरूक करें। केंद्रीय मंत्री ने महिला एवं बाल विकास से संबंधित विभिन्न योजनाओं, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता की योजनाओं, आयुष्मान भारत, टीबी मुक्त अभियान, मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, सुगम्य भारत अभियान, जल जीवन मिशन, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना और कई अन्य योजनाओं की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि इस वित्तीय वर्ष की आखिरी तिमाही में इन सभी योजनाओं के लक्ष्य पूरे होने चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने खनन विभाग के अधिकारियों से जिले में खनन और स्टोन क्रशरों की स्थिति के संबंध में भी विस्तृत जानकारी ली।
ठाकुर ने जिला में दिव्यांगजनों का विस्तृत डाटाबेस तैयार करने के निर्देश दिए, ताकि ऐसे लोगों को उनकी दिव्यांगता के अनुसार आवश्यक उपकरण एवं कृत्रिम अंग उपलब्ध करवाए जा सकें तथा उनकी अधिक से अधिक मदद की जा सके।