बलिया, 03 अगस्त । बाल भिक्षा को शिक्षा से जोड़ने की पहल की जा रही है। बाल भिक्षावृत्ति को शत-प्रतिशत रोकने को हम प्रतिबद्ध हैं। ये बातें बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डा. देवेन्द्र शर्मा ने जिला अस्पताल में पत्रकारों से बातचीत में कही।
उन्होंने कहा कि रेस्क्यू के दौरान जो बच्चे मिलते हैं, उन्हें हम मुख्यमंत्री बाल सामान्य योजना से लाभान्वित कर शिक्षित कर रहे हैं। इसके अलावा जेलों में भी जो बच्चे अपनी मां के साथ रह हैं, उनके लिए भी शिक्षा व खेलने कूदने की व्यवस्था पर हमारा विशेष फोकस है।
इसके पहले डा. शर्मा ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। वे गुरूवार की सुबह जिला अस्पताल में कुपोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने वहां भर्ती बच्चों व उनके अभिभावकों से बातचीत कर व्यवस्था का सत्यापन किया। पीकू वार्ड में भी जाकर बच्चों के लिए बने वार्ड की व्यववस्था को देखा। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिया कि यहां हमेशा नजर बनाए रखें। एनआरसी में रसोईघर का भी निरीक्षण कर गुणवत्तापरक भोजन उपलब्ध कराने की बात कही। इसके बाद वन स्टॉप सेंटर का भी जायजा लिया और वहां तैनात कर्मचारियों को निर्देश दिए।