उप्र में प्राकृतिक आपदा से 21 जानहानि

उप्र में प्राकृतिक आपदा से 21 जानहानि

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बारिश और आकाशीय बिजली के कहर से कई जिले प्रभावित हुए हैं। राज्य के अलग-अलग जनपदों में चौबीस घंटे के भीतर 21 लोगों की जान जा चुकी है। आकाशीय बिजली से 18, डूबने से दो और एक की मौत सर्पदंश से हुई है।

सबसे ज्यादा मौतें प्रतापगढ़ में हुई है। यहां पर अलग-अलग थाना क्षेत्र में 10 लोगों की जान गई है। जिला प्रशासन के मुताबिक, जनपद में कंधई थाना क्षेत्र के पुरुषोत्तमपुर गांव में धान के फसल की रोपाई कर रहे किसान अर्जुन (45) उसकी पत्नी सुमन (42) और कंधई के अमहरा गांव की राम प्यारी (48), हमीरपुर नीम डबहा गांव निवासी विजय कुमार वर्मा (40), तिलहर डेरवा गांव निवासी आराधना (50), सैफू का पुरवा गांव निवासी अधिवक्ता पंकज तिवारी (38), अतौरिया गांव निवासिनी कांति (20) की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से जान चली गई हैं। इसी तरह मनार गांव शिव पटेल (25), अशोगी गांव के गुड्डू सरोज (38) और संग्रामगढ़ नया का पुरवा गांव के राम स्वरूप (65) की भी आकाशीय बिजली गिरने से मौत हुई है।

इसके अलावा चंदौली जनपद में बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से उसकी चपेट में आकर चौबेपुर के बभनपुरा गांव निवासी रूपलाल (52), पन्नू साहनी (32) और दो मछुआरों की मौत हुई है, जो कुंडा गांव के रहने वाले थे। वहीं 12 लोग झुलसे हुए हैं। इसके साथ वाराणसी में दो, गाजीपुर-इटावा में एक-एक लोगों की मौत आकाशीय बिजली की चपेट में आने से हुई है। गाजीपुर में नौ इटावा में एक व्यक्ति झुलस गए, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।

राहत विभाग की ओर से जानकारी दी गई है कि शासन के निर्देश पर पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहयोग के निर्देश जिलाधिकारियों को दिए गए हैं। साथ ही आपदाओं से बचाने के लिए अधिकारी एवं कर्मचारी गांव-गांव में चौपाल लगा रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में चौबीस घंटे में 2.3 मिमी औसत वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा से 8.6 मिमी के सापेक्ष 26.7 प्रतिशत है। इस प्रकार एक जून से 10 जुलाई तक 213.2 मिमी वर्षा हुई है। प्रदेश के कुल 12 जिलों के 633 गांव बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं।