जयपुर, 11 मार्च । वीरांगनाओं के सम्मान और उनकी मांगों के समर्थन में तथा सांसद किरोड़ी लाल मीणा व सांसद रंजीता कोली के साथ पुलिस द्वारा किए गए दुर्व्यवहार के खिलाफ जयपुर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां के नेतृत्व में विशाल प्रदर्शन किया गया। प्रदेशाध्यक्ष पूनियां के आह्वान पर प्रदेश के सभी जिलों में शनिवार को प्रदर्शन किए गए।
जयपुर में किये प्रदर्शन के दौरान डॉ. सतीश पूनियां सहित काफी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जिन्हें विद्याधर नगर थाने ले जाया गया। प्रदर्शन के दौरान डाॅ. पूनियां के पैर में चोट लगी है। पत्रकारों से बातचीत में डाॅ. पूनियां ने कहा कि कांग्रेस शासन में राजस्थान में अघोषित आपातकाल जैसे हालात हैं, वीरांगानाओं और सांसद किरोडीलाल मीणा एवं सांसद रंजीता कोली के साथ पुलिस द्वारा किये गए दुव्यर्वहार की भाजपा कडी निंदा करती है। गहलोत सरकार वीरांगनाओं और सांसदों के अपमान पर उतर आई है, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इशारे पर इस तरह का दमनचक्र पहली बार देखा है।
उन्होंने कहा कि, वीरांगानाओं, किरोडी लाल मीणा और रंजीता कोली के साथ किये गए दुर्व्यवहार के अपमान का बदला पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता लेगा। कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार ने पेपर लीक में राजस्थान के युवाओं के सपनों को तोड़ा, वीरांगनाओं को अपमानित करने का काम किया, सांसद किरोड़ी लाल और सांसद रंजीता कोली सहित तमाम नेता और पार्टी कार्यकर्ता जब वीरांगनाओं की लड़ाई लड़ते हैं तो पुलिस प्रताड़ित करती है, यह सामान्य लड़ाई नहीं है, स्वाभिमान और उसूलों की लड़ाई है। डाॅ. पूनियां ने कहा कि, संपूर्ण किसान कर्जमाफी, बिगडी कानून व्यवस्था, पेपरलीक, महिला सुरक्षा, वीरांगनाओं के मुददे इत्यादि जनहित के मुददों को लेकर भाजपा 15 मार्च से जिला कलेक्ट्रेटों का घेराव कर आंदोलन करेगी। यह आंदोलन 15 मार्च से शुरू होकर आगामी दिनों तक चलेंगे, जो प्रदेशभर में सभी 33 जिला मुख्यालयों पर होंगे।
प्रदर्शन में डाॅ. सतीश पूनियां के साथ उपनेता प्रतिपक्ष राजेंन्द्र राठौड़, वरिष्ठ नेता एवं सांसद घनश्याम तिवाडी, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी, वरिष्ठ नेता एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी ओमप्रकाश माथुर, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा, विधायक अनिता भदेल, निर्मल कुमावत, अशोक लाहोटी, संजय शर्मा, मदन दिलावर, कन्हैयालाल चौधरी, रामस्वरूप लांबा, अविनाश गहलोत, पूर्व सांसद रामकुमार वर्मा, पूर्व मंत्री प्रभलाल सैनी, पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा, एसटी मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष जितेन्द्र मीणा, युवा मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष हिमांशु शर्मा, प्रदेश मंत्री जितेन्द्र गोठवाल, अशोक सैनी, जिलाध्यक्ष राघव शर्मा, जितेन्द्र शर्मा, रामानन्द गुर्जर, बृजलाल ढिकोलिया, सुशील दीक्षित, पूर्व विधायक कन्हैयालाल मीणा, लक्ष्मीनारायण बैरवा, सुरेन्द्र पारीक, कैलाश वर्मा, डिप्टी मेयर पुनीत कर्नावट इत्यादि उपस्थित रहे।
वीरांगनाओं के मुद्दे पर सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने ट्वीट किया और लिखा कि यह कैसी उलटबांसी है कि वीरांगनाओं का अपमान करने वाले अशोक गहलोत आज वीरांगनाओं से मुलाक़ात कर रहे हैं। पर, आपके द्वार पर दस दिनों तक आपसे मिलने की गुहार लगाने वाली भूखी-प्यासी वीरांगनाएं क्या आपको दिखाई नहीं दीं? वीरांगनाओं के साथ राजनीति करते हुए जरा भी लज्जा नहीं आती आपको? क्या मंजू जाट, सुंदरी गुर्जर, मधुबाला मीना वीरांगना नहीं हैं? मंजू जाट को आपने अपहृत कर छिपा रखा है पर वह वीरभार्या अभी भी गरज रही है कि आप उसके साथ ऐसा बर्ताव क्यों कर रहे हो? अशोक गहलोत वीरांगनाओं के साथ फोटो तो खिंचवा लो पर मंजू जाट के सवालों का उत्तर भी तो दो।