फर्रुखाबाद : नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवारों की दावेदारी पर मंथन कर रही भाजपा

फर्रुखाबाद, 08 अप्रैल । सदर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष दमदार उम्मीदवार की तलाश में जुट गया है। इसका प्रमुख कारण यह है कि पिछले चुनाव में भाजपा उम्मीदवार मिथलेश अग्रवाल निर्दलीय उम्मीदवार वत्सला अग्रवाल से हार गई थीं। इस वजह से भाजपा हर हाल में इस शीट पर अपनी जीत दर्ज करना चाहती है। हालांकि पूर्व ऊर्जामंत्री स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी के भतीजे सुधांशु दत्त द्विवेदी की पत्नी अर्चना द्विवेदी के बाद प्रमुख समाजसेवी एवं उद्योगपति मोहन अग्रवाल ने अपनी पत्नी मुदिता अग्रवाल के लिए भाजपा से नगर पालिका अध्यक्ष पद की टिकट मांगी है।

इसके अतिरिक्त आधा दर्जन अन्य महिलाओं ने अपनी दावेदारी पेश की है। श्री अग्रवाल की पत्नी सहित अन्य सम्भावित उम्मीदवारों ने टिकट के लिए भाजपा जिलाध्यक्ष रूपेश गुप्ता को आवेदन पत्र दे दिए हैं। जिन पर पार्टी हाईकमान मंथन कर रही है।

मालूम हो कि मोहन अग्रवाल ने 2004 में फर्रुखाबाद विकास मंच का गठन कर जिला अध्यक्ष का पद संभाला है। तब से वह गरीब, बेसहारा लोगों की हर तरह से मदद करते आ रहे हैं। खासकर गर्मी के सीजन में नगर के अनेकों स्थानों पर जरूरतमंदों के लिए ठंडे पानी की व्यवस्था करते हैं। श्री अग्रवाल ने वर्ष 1996 से लोकतांत्रिक कांग्रेस जिला अध्यक्ष का पद ग्रहण कर सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया था। खासकर भाजपा सरकार में सांसद, विधायक के चुनाव में भरपूर सहयोग किया।

जब नगर में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान बुलडोजर से लोगों की दुकानें एवं मकान ढहाये जा रहे थे, तब मोहन अग्रवाल लंबे समय तक सड़क पर उतरे और पीड़ितों के सहयोग में खड़े रहे। उस दौरान पीड़ितों की मदद के लिए कोई व्यापारी नेता एवं जनप्रतिनिधि सामने नहीं आया था। इस वज से वह अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाने के लिए टिकट मांग रहे हैं।

बीते नगर पालिका अध्यक्ष पद के चुनाव में वरिष्ठ भाजपा नेत्री एवं प्रमुख उद्योगपति मिथिलेश अग्रवाल को भाजपा ने चुनाव मैदान में उतारा था। वह निर्दलीय उम्मीदवार वत्सला अग्रवाल से चुनाव हार गई थीं। वत्सला अग्रवाल मनोज अग्रवाल की पत्नी हैं। मनोज अग्रवाल खुद इस शीट से चुनाव जीत चुके हैं। सदर शीट महिला आरक्षित हो जाने की वजह से उन्होंने अपनी पत्नी वत्सला को चुनाव मैदान में उतारा था। वत्सला अग्रवाल के निर्दलीय उम्मीदवार होने के बाद भी मतदाताओं ने उनके सिर जीत का सेहरा बांध दिया था।

भाजपा की सरकार के दौरान पार्टी उम्मीदवार की हार को अभी तक भाजपाई भुला नहीं पाईं है। दुर्भाग्य से आज तक कोई भाजपा उम्मीदवार नगर पालिकाध्यक्ष पद का चुनाव नहीं जीत सका है। बीते चुनाव में खासकर भाजपा नेताओं ने भी मिथिलेश अग्रवाल को बाहरी प्रत्याशी बताकर दमदारी से चुनाव प्रचार नहीं किया था। बाहरी प्रत्याशी बताए जाने के कारण वत्सला अग्रवाल को काफी सहानुभूति मिली थी।

पूर्व पालिका अध्यक्ष मनोज अग्रवाल हर हालत में वत्सला अग्रवाल को अध्यक्ष पद पर काबिज रखने का प्रयास करेंगे। मालूम हो कि अभी तक भाजपा नेता सुधांशु द्विवेदी की पत्नी अर्चना, राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता स्वदेश दुबे की पत्नी श्वेता दुबे, भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष बबीता पाठक, प्रीति तिवारी ने टिकट के लिए आवेदन किया है। जिन पर पार्टी नेता मंथन कर रहे हैं। हालांकि वत्सला अग्रवाल का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। जिस वजह से दूध से जली भाजपा इस चुनाव में मट्ठा फूंक-फूंक कर पी रही है।