शराब घोटाले के सरगना हैं अरविंद केजरीवाल : भाजपा

शराब घोटाले के सरगना हैं अरविंद केजरीवाल : भाजपा

नई दिल्ली, 15 अप्रैल । भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले का सरगना करार देते हुए केजरीवाल को पॉलीग्राफ या लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि केजरीवाल जनता को बतायें कि कथित शराब माफिया से आपका क्या संबंध है।

भाजपा प्रवक्ता ने शनिवार को यहां पार्टी कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सीबीआई ने जैसे ही अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया, जाहिर तौर पर वे डर से कांपने लगे। ऐसे में बिल्कुल स्पष्ट है कि अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले के सरगना हैं।

भाटिया ने केजरीवाल से पांच सवाल किये हैं। उन्होंने सवाल किया कि आप (केजरीवाल) उस बैठक के अध्यक्ष थे, जहां यह शराब घोटाला रचा गया था। ऐसे में आप पर गाज क्यों नहीं गिरनी चाहिए। अरविंद केजरीवाल जनता को बताएं कि उनकी समीर महेन्द्रू से फेसटाइम पर बात हुई या नहीं? उन्होंने कहा, जैसे जैसे जुड रही है कड़ी, अरविंद केजरीवाल पास आ रही है हथकड़ी और डर लग रहा है आपको।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आप (केजरीवाल) जनता को यह भी बताइए कि शराब कारोबारियों से आपका क्या रिश्ता है? आपकी शराब नीति इतनी अच्छी थी तो इसको वापस क्यों लिया गया? उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल का केवल एक ही काम लूट, खसोट और भ्रष्टाचार करना है। अरविंद केजरीवाल कट्टर बेईमान हैं।

उन्होंने कहा कि सत्र अदालत ने सिसोदिया की जमानत को यह कहते हुए खारिज कर दिया, मनीष ने तत्कालीन आबकारी आयुक्त को व्यक्तिगत रूप से इंडोस्पिरिट के समीर महेंद्रू को एल 1 देने के लिए बुलाया था। एक पूर्व मंत्री एक आबकारी आयुक्त को किसी विशेष व्यक्ति/संस्था को एल1 देने के लिए क्यों बाध्य करेगा?

भाटिया ने कहा कि मनीष सिसोदिया इतने भोले हैं नहीं, जितना बताया जा रहा है। इनके पास चार मोबाइल फोन थे, जब जांच अधिकारियों ने जांच के लिए फोन मांगा तो एक दे दिया बाकी तीन नष्ट कर दिए। क्यों? क्या इनको ये लग रहा था कि अरविंद केजरीवाल की भी गर्दन पकड़ी जाएगी, इसलिए नष्ट कर दिए? जनता को इसका जवाब आपको देना ही होगा। इनको गुमान है कि ये कानून से ऊपर हैं लेकिन हमें यकीन है कि कानून का हाथ इनकी गर्दन तक पहुंचेगा।

उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल, अगर आपको किसी बात का डर नहीं है तो दूध का दूध और शराब की शराब होने दीजिए। जो सवाल पूछे जाएं, उनका उत्तर दे दीजिए। अगर आपके ही मापदंड आपके ऊपर लगाएं तो एक पॉलीग्राफ टेस्ट ले लीजिए, लाई डिटेक्टर टेस्ट ले लीजिए, सब स्पष्ट हो जाएगा लेकिन ऐसा आप करेंगे नहीं, क्योंकि अंदर से आप डरे हुए हैं, घबराएं हुए हैं।