हरिद्वार, 30 अप्रैल । आम आदमी पार्टी (आआपा) ने शिक्षा विभाग के रविवार के दिन छुट्टी निरस्त करने और छोटे बच्चों को स्कूल बुलाकर मन की बात सुनने के साक्ष्य विभाग को भेजने पर कटाक्ष करते हुए इसे तुगलकी फरमान बताते हुए मुगल शासन से इसकी तुलना की।
आआपा ने प्रेस को जारी बयान में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश शर्मा ने कहा की मन की बात के 100वें संस्करण में छुट्टी के दिन शिक्षा विभाग द्वारा छोटे-छोटे बच्चों को और शिक्षकों को स्कूल बुलाना दुर्भाग्यपूर्ण है। बेहतर होता देश के प्रधानमंत्री 140 करोड़ जनता के मन की बात सुनते और उनका निराकरण करते। परंतु इसके विपरीत प्रधानमंत्री मोदी केवल अपने मन की बात करते हैं।
प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष महिला मोर्चा हेमा भंडारी ने कहा कि मोदी जी अपने मन की बात में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और महिला सशक्तिकरण जैसी बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। परंतु उसके विपरीत आज महिला पहलवान भाजपा के बाहुबली सांसद के खिलाफ यौन शोषण मामले में जंतर मंतर में पिछले 8 दिनों से धरना दे रही हैं, पर मोदी जी को उनके मन की बात नहीं सुनाई देती। आज देश की जनता मोदी जी के मन की बात नहीं बल्कि 140 करोड़ जनता की समस्याओं का समाधान चाहती है।