नई दिल्ली, 2 दिसंबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को संसद भवन परिसर में स्थित बालयोगी ऑडिटोरियम में गोधरा त्रासदी पर बनी फिल्म द साबरमती रिपोर्ट देखी। इस दौरान मोदी मंत्रिमंडल के अनेक सदस्य, सांसद और फिल्म जगत की अनेक हस्तियां भी मौजूद रहीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने फिल्म देखने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, द साबरमती रिपोर्ट की स्क्रीनिंग में एनडीए के साथी सांसदों के साथ शामिल हुआ। मैं फिल्म के निर्माताओं के प्रयासों की सराहना करता हूं।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी फिल्म द साबरमती रिपोर्ट देखने के बाद अभिनेता विक्रांत मैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ फिल्म देखने का यह एक विशेष अनुभव था। वह इसे शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह उनके करियर का सबसे ऊंचा बिंदु है।
प्रधानमंत्री के साथ अपनी फिल्म द साबरमती रिपोर्ट देखने के बाद अभिनेत्री राशि खन्ना ने कहा कि हमने यह फिल्म कई बार देखी है लेकिन आज का दिन बहुत खास था, क्योंकि हमें इसे प्रधानमंत्री के साथ देखने का मौका मिला। यह मेरे करियर का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। फिल्म को कई राज्यों में कर-मुक्त कर दिया गया है और अन्य राज्य भी इसे कर-मुक्त करने की राह पर हैं। मुझे उम्मीद है कि लोग इसे बड़ी संख्या में देखेंगे।
विक्रांत मैसी अभिनीत यह फिल्म गुजरात में 2002 में कारसेवकों से भरी साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन में एक समुदाय विशेष द्वारा आग लगाये जाने की घटना पर आधारित है।
उल्लेखनीय है कि अयोध्या में टेंट में विराजमान रामलला के दर्शन कर अहमदाबाद लौट रहे रामभक्तों से भरी ट्रेन में गोधरा स्टेशन पर एक समुदाय विशेष के लोगों ने साजिश रचकर हमला किया। इसके बाद पहले से लाए गए पेट्रोल छिड़क कर स्लीपर कोच नंबर एस-6 को आग के हवाले कर दिया। इस कोच में अयोध्या से लौट रहे रामभक्त थे, जिनमें से 59 रामभक्तों की जलकर मौत हो गई। इस भीषण और मर्माहत कर देने वाले अग्निकांड के बाद गुजरात में भीषण साम्प्रदायिक दंगे हुए थे।
गोधरा कांड पर राजनीति भी बहुत हुई और तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने आंतरिक जांच के बाद इसे रामभक्तों द्वारा रचा गया षड्यंत्र ही करार देने की कोशिश की। राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गुजरात दंगों के लिए विपक्षी दलों ने खलनायक की तरह पेश करने की कोशिश की। यही कारण है कि गोधरा कांड की सचाई सामने लाने का साहस दिखाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा के सभी वरिष्ठ जन साबरमती रिपोर्ट की तारीफ कर रहे हैं।