पाली (राजस्थान), 02 जनवरी । मुंबई के बांद्रा टर्मिनस से जोधपुर जा रही सूर्यनगरी एक्सप्रेस ट्रेन (12480) की बेपटरी हुई बोगियाें को दोबारा पटरी पर चढ़ाने की कवायद शुरू हो गई है। राहत एवं बचाव के लिए जोधपुर से पहुंचे यांत्रिक विभाग के कार्मिकों ने काम शुरू कर दिया है। ट्रेन के कोच आधुनिक तकनीक से निर्मित थे, इस कारण यात्रियों को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है। ट्रेन की गति भी नियंत्रित थी।
हादसे में घायल दिव्या संतोष (14), श्रेया दुबे (14), मोनार्क महेश (26), ओम प्रकाश छावंडास (55), सुवर्ण अशोक (50), पुष्प ओम प्रकाश (55), मंजू पेमाराम (46), अंजू प्रकाश (30), इंद्रा महेंद्र (50), शर्वख कमरुद्दीन (30), बाबूलाल पोकरज (59), इंदुदेवी राजेश (47), संध्या प्रेम (59), प्रेम शर्मा कनैयालाल (65), राजेश (44), श्रवण (69), गणपतलाल (55), ऋतुजा (18), हर्ष (19), आशा (40), पेमाराम मांगीलाल (52) का उपचार किया गया है।
केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट किया है कि बांद्रा-जोधपुर सूर्यनगरी एक्सप्रेस ट्रेन हादसा दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मंत्रालय इससे जुड़ी हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए है। गंभीर रूप से घायल हर व्यक्ति को एक लाख रुपये और मामूली रूप से चोटिल प्रति यात्री को 25 हजार रुपये मुआवजे के रूप में दिए जाएंगे।
सीपीआरओ शशि किरण ने इस हादसे में 26 यात्री घायल हुए हैं। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बांगड अस्पताल में भर्ती घायल यात्रियों से बातचीत की है। इस हादसे की वजह से मार्ग परिवर्तित की गई रेल सेवाओं का यात्रियों की सुविधा के लिए समदड़ी, जालोर एवं मारवाड़ भीनमाल स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है।