उद्योग व खेती क्षेत्र को जल संरक्षण अभियान चलाना चाहिए: प्रधानमंत्री

उद्योग व खेती क्षेत्र को जल संरक्षण अभियान चलाना चाहिए: प्रधानमंत्री

नई दिल्ली, 05 जनवरी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लिखा कि उद्योग और खेती ऐसे क्षेत्र हैं जिसमें पानी की आवश्यकता अधिक होती है। इन दोनों क्षेत्रों को मिल कर जल संरक्षण अभियान चलाना चाहिए और लोगों को जागरूक करना चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह देशभर के जल मंत्रियों की बैठक में अपने विचार साझा किए। बैठक का विषय वाटरविजन @ 2047 है। 5-6 जनवरी को भोपाल, मध्य प्रदेश में थीम वाटरविजन @ 2047 के साथ जल पर पहला अखिल भारतीय वार्षिक राज्य मंत्रियों का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।

इस दौरान प्रधानमंत्री ने नदियों को दूषित होने से बचाने का आह्वान किया। साथ ही जल संरक्षण के क्षेत्र में भी सर्कुलर अर्थव्यवस्था की बड़ी भूमिका को रेखांकित किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जल संरक्षण के लिए जन भागीदारी की सोच को जनता के मन में जगाना है। हम इस दिशा में जितना ज्यादा प्रयास करेंगे उतना ही अधिक प्रभाव पैदा होगा। जल संरक्षण से जुड़े अभियानों में हमें जनता जनार्दन को, सामाजिक संगठनों को और सिविल सोसायटी को ज्यादा से ज्यादा जोड़ना होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में शहरीकरण तेजी से बढ़ रहा है ऐसे में हमें पानी के विषय में पूरी गंभीरता से सोचना चाहिए। इस संबंध में जब स्वच्छ भारत अभियान से लोग जुड़े तब जनता में भी चेतना और जागरूकता आई। सरकार ने संसाधान जुटाए, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और शौचालय जैसे अनेक कार्य किए। लेकिन अभियान की सफलता तब सुनिश्चित हुई जब जनता ने सोचा कि गंदगी नहीं फैलानी है। जनता में यही सोच जल संरक्षण के लिए भी जगानी होगी।