धरमलाल कौशिक ने आरक्षण को लेकर कांग्रेस सरकार से क्वांटिफायबल डेटा की मांग की
रायपुर, 2 जनवरी । पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि आरक्षण के मामले में कांग्रेस के नियत स्पष्ट हो गई है, कि लोगों को आरक्षण मिले या न मिले उससे प्रदेश की आदिवासी विरोधी कांग्रेस सरकार को कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार आंरक्षण के मामले में राजनीति का खेल खेल रही है। पिछला जो विधेयक है जिसे उच्च न्यायलय एवं सर्वोच्च न्ययालय द्वारा निरस्त किया गया था, उसका मूल आधार यहीं था कि न्यायालय कांग्रेस की कुनीति को समझ चुका था।
धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार यदि क्वांटिफायबल डेटा प्रस्तुत नहीं करेगी तो आने वाले समय में इस विधेयक की भी वही स्थिति बनेगी। उन्होंने कहा कि जब इस कमेटी का गठन कर दिया गया है तो कांग्रेस सरकार गठन करने के बाद में डेटा को प्रस्तुत क्यों नहीं करना चाह रही है। उसका सबसे बड़ा मूल कारण है कि आज जो अनुसूचित जाति के 16 प्रतिशत की बात हो रही है। मुख्यमंत्री बयान देते हैं अनुसूचित जाति का आरक्षण जब 16 प्रतिशत होगा तब विचार करेंगे। आखिर मुख्यमंत्री भूपेश किस आधार पर इस तरह की बयान दे रहे हैं? क्वांटिफायबल डेटा जब उनके पास है ही नहीं और प्रस्तुत करना नहीं चाह रहे तो स्पष्ट है कि कांग्रेस सरकार के मुखिया आरक्षण के मामले में राजनीति करना चाह रहे है।
आदिवासियों को आरक्षण मिले या न मिले इससे कांग्रेस का कोई सरोकार नहीं है और छत्तीसगढ़ की जनता इस बात को समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को क्वांटीफायबल डेटा प्रस्तुत करनी चाहिए और यदि न्यायालय जाए तो जवाब देने की स्थिति में रहना चाहिए और यदि नहीं तो आनन फानन में लेकर आये तभी निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ की आदिवासी जनता को उनके आरक्षण को लेकर उन्हें राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि महामहिम के द्वारा जो क्वांटीफायबल डेटा की जो मांग की गई है उसे मानकर कांग्रेस सरकार डेटा जनता के सामने प्रस्तुत करे, तभी छत्तीसगढ़ की जनता को विश्वास होगा की उन्हें स्थाई रूप से आरक्षण मिलेगा।