कोलकाता, 01 जनवरी । पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव नजदीक है। तमाम सत्ता विरोधी पार्टियों ने अपनी-अपनी राजनीति को संगठित करना शुरू कर दिया है। रविवार को तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की बातों में पंचायत चुनाव का विषय भी आया। उन्होंने कहा कि पंचायत के चुनाव जब होंगे तब होंगे। जब भी पंचायत चुनाव होंगे, संगठनात्मक रूप से हम तैयार हैं। राज्य सरकार की ओर से या मैंने पार्टी की ओर से बार-बार कहा है कि शांतिपूर्ण, स्वतंत्र और लोकतांत्रिक चुनाव होंगे। लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। लोगों ने 2018 के चुनाव में भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। उन्होंने यह भी कहा कि जहां भी चुनाव होगा, हम लोगों के पास जाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देंगे। लोकतंत्र में यही परंपरा है। दरअसल एक जनवरी को तृणमूल कांग्रेस के 25वें स्थापना दिवस के मौके पर तापसिया में पार्टी मुख्यालय के नए भवन का शिलान्यास किया गया। तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी रविवार को नए भवन का भूमिपूजन किया। इस मौके पर अभिषेक बनर्जी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं।
इसके अलावा उन्होंने आगे कहा कि पहले सामाजिक संकल्प, फिर राजनीतिक संकल्प। हम मैदान में राजनीति करते हैं। लेकिन हर चीज में राजनीति को लाना उचित नहीं है। लोगों के बारे में सोचे बिना राजनीतिक रूप से कैसे जीवित रहना है, इसे महत्व देना गलत है। जनता की मांगों को महत्व देकर राजनीति करने वाले ही असली राजनेता हैं।
साथ ही डायमंड हार्बर से सांसद ने यह भी कहा कि जो लोग कहते हैं कि चुनाव हुए तो तृणमूल कांग्रेस हार जाएगी, उन्हें शर्म से अपना मुंह ढक लेना चाहिए। 2021 चुनाव में केंद्रीय बलों के साथ मतदान करने के बाद भी तृणमूल के विजय रथ को नहीं रोका जा सका।
विपक्ष को राजनीतिक रूप से दिवालिया बताते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि विपक्ष के पास कोई लक्ष्य, कोई कार्यक्रम, कोई मानसिकता नहीं है। विपक्ष का एकमात्र काम ममता बनर्जी पर हमला करना और बंगाल की जनता को नीचा दिखाना है। जो लोग बंगाल को वंचित करने की बेशर्म राजनीति कर रहे हैं और बंगाल की जनता का अपमान कर रहे हैं, बंगाल की जनता 2023 में उनके खिलाफ खड़ी होगी।