ऋषिकेश, 10 जनवरी । जोशीमठ के बाद ब्यासी के अटाली गांव में आई दरारों के लिए लोगों को चिंता किए जाने की कोई आवश्यकता नहीं है। क्योंकि रेल विकास निगम की तैयार की जा रही ऋषिकेश कर्णप्रयाग परियोजना की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों की दृष्टि से पूरी तरह सुरक्षित है। मंगलवार को यह बात रेल विकास निगम परियोजना के मुख्य प्रबंधक अजीत सिंह यादव, प्रबंधक ओपी मालगुडी और भूपेंद्र यादव ने संयुक्त रूप से मीडिया से बातचीत में दी।
इस दौरान उन्होंने बताया कि जोशीमठ में रेल विकास निगम की कोई परियोजना प्रस्तावित नहीं है। उनकी परियोजना का कार्य ऋषिकेश कर्णपयाग के आगे शौकोट तक सीमित है, जिसका भूगर्भीय विभाग के साथ सभी विभागों ने स्थलीय निरीक्षण कर उसकी फिजिबिलिटी को परखा गया है। उन्होंने बताया कि पहले यह सर्वे जोशीमठ तक किया गया था लेकिन उसमें जोशीमठ की ऊंचाई उनके के मापदंडों से अधिक थी। इसलिए इस परियोजना को ध्यान में रखते हुए पीपलकोटी तक सर्वे किया गया है।
उनका कहना था कि अभी उनका कार्य शैकोट तक चल रहा है जिसकी सभी फिजिबिलिटी उनके मापदंडों के हिसाब से सही पाई गई है। उन्होंने कहा कि जोशीमठ और अटाली गांव में आई दरारों का रेल परियोजना पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा,क्योंकि उनके द्वारा सुरंगों का जो कार्य किया जा रहा है। उसकी भौगोलिक स्थिति प्रत्येक घंटे में जांची जाती है। उन्होंने बताया कि पहले यह परियोजना सोनप्रयाग तक ले जाई जानी थी, जिसका सर्वे भी किया गया था लेकिन 19 मई 2022 को इस परियोजना को उनके मापदंडों पर किए गए सर्वेक्षण के बाद बंद कर दिया गया है।