सेबी की पूर्व चेयरमैन बुच का मामला कांग्रेस ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग

सेबी की पूर्व चेयरमैन बुच का मामला कांग्रेस ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग

मुंबई, 3 मार्च । मुंबई की एक विशेष अदालत ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को पूर्व सेबी चेयरमैन माधवी पुरी बुच और पांच अन्य अधिकारियों के खिलाफ शेयर बाजार में मिलीभगत व कदाचार के आरोप में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। इस मामले को लेकर अब कांग्रेस आक्रामक हो गई है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने केंद्र सरकार से सेबी में हुए घोटाले की जांच कराने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

सपकाल के अनुसार माधवी पुरी का पूरा करियर विवादास्पद रहा है। उन पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं। हिंडेनबर्ग ने आरोप लगाया था कि माधवी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने अडाणी घोटाले से जुड़ी कंपनियों में निवेश किया था, जबकि वे सेबी के अध्यक्ष थे। बुच ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अडाणी समूह के खिलाफ शुरू की गई जांच को प्रभावित किया। कांग्रेस पार्टी ने भी इस संबंध में सबूत मुहैया कराकर जांच की मांग की थी। यह बताया गया कि लाखों-करोड़ों रुपए का निवेश, करोड़ों भारतीयों की कड़ी मेहनत बुच के कारण खतरे में है। लेकिन केंद्र सरकार की मिलीभगत की वजह से सभी अपराधों पर पर्दा डाल दिया गया। अब कोर्ट के आदेश के बाद सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्च स्तरीय जांच करानी चाहिए और निवेशकों के हितों की रक्षा करनी चाहिए।