पूंजीवादी पार्टियां बसपा को कमजोर करने में लगी हैं: मायावती

पूंजीवादी पार्टियां बसपा को कमजोर करने में लगी हैं: मायावती

रिश्ते-नातों के स्वार्थ में पार्टी को कभी भी कमजोर नहीं पड़ने दूंगीवक्फ बिल पर हाे रही राजनीति, अति चिंता की बात

लखनऊ, 17 मार्च । बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को अपने आवास पर प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि अपने जीते ​जी अपने भाई-बहन और रिश्ते-नातों के स्वार्थ में पार्टी को कभी भी कमजोर नहीं पड़ने दूंगी। वैसे भी मेरे लिए भाई-बहन और रिश्ते-नाते केवल बसपा का ही एक अंग है, उसके सिवाय कुछ भी नहीं। पार्टी के हित में बहुजन समाज के लोग अपनी पूरी ईमानदारी व निष्ठा से कार्य करते हैं तो उन्हें पार्टी में जरूर आगे बढ़ने का मौका दिया जाएगा। इस मामले में कभी मेरे रिश्ते-नाते आड़े नहीं आएंगे।

उन्होंने कहा कि सावधानी तौर पर यह भी बताना चाहूंगी कि पिछले कुछ सालों से सत्ता व विपक्ष में बैठी सभी जातिवादी, सांप्रदायिक व पूंजीवादी पार्टियां बसपा के विरूद्ध अंदर ही अंदर इसे बसपा को कमजोर करने की पूरी कोशिश में लगी हैं। यह प्रयास बाबा साहब के जीते जी भी किया गया गया था। लेकिन बाबा साहब और उनके बाद कांशीराम ने इनके मंसूबों को पूरा नहीं होने दिया है। मैं भी अपने बहुजन समाज के बलबूते पर इनके इस मंसूबों को पूरा नहीं होने दूंगी। यह मेरा पार्टी के लोगों को पूरा वायदा है। उन्होंने यह भी अपील की कि बसपा के लोग ऐसे लोगों से सचेत रहें।

बसपा प्रमुख ने आगे कहा कि पिछले कुछ समय से वक्फ बिल पर भी सत्ता व विपक्ष द्वारा जो राजनीति की जा रही है तो यह अति चिंता की बात है। यह मामला समय रहते सहमति से सुलझा लिया जाता तो यह ज्यादा बेहतर होता। केंद्र सरकार इस मामले में जरूर पून: ​सोच विचार करे, जबकि जातिवादी पार्टियां बसपा को कमजोर करने में लगी हैं। उनके साजिश और मंसूबों को पूरा नहीं होने दूंगी। बहुजन समाज मेरे साथ खड़ा है और पार्टी अकेले चुनाव लड़ने में भी सक्षम है।