(FM Hindi): ओडिशा की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कांग्रेस नेआरोप लगाया कि राज्य में महिलाएं और नाबालिग बच्चियां सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं, जहां यौन शोषण की एक पीड़िता ने तो अपनी स्कूली परीक्षा देते हुए परीक्षा हॉल में बच्चे को जन्म दिया। पिछले कुछ महीनों में हुई कई घटनाओं का हवाला देते हुए पार्टी ने मांग की कि भाजपा सरकार को राज्य में भयावाह स्थिति के लिए जवाबदेही स्वीकार करते हुए इस संवेदनशील मुद्दे पर गंभीरता से प्रतिक्रिया देनी चाहिए।
नई दिल्ली स्थित कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए ओडिशा कांग्रेस अध्यक्ष भक्त चरण दास और राज्य प्रभारी अजय कुमार लल्लू ने राज्य में यौन शोषण और सामूहिक बलात्कार के भयावह विवरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि यदि भाजपा सरकार नाबालिग बच्चियों एवं महिलाओं को सुरक्षा नहीं दे पा रही है तो सुप्रीम कोर्ट को स्वतः संज्ञान लेना चाहिए और मौजूदा जज के द्वारा जांच करवाकर प्रदेश सरकार को निर्देश देना चाहिए कि वो अपना रवैया बदले व जिम्मेदारी समझे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री भक्त चरण दास ने कहा कि बीते 24 वर्षों में ओडिशा में बीजेडी की सरकार रही है, जिस दौरान 2000 से 2009 तक बीजेडी और भाजपा ने मिलकर शासन किया। बीते दस वर्षों में भी प्रदेश में सत्तारूढ़ रही बीजेडी और केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा ने मिलकर काम किया। अब बीते आठ महीनों से राज्य में भाजपा की सरकार है। केंद्र और राज्य में डबल इंजन सरकार है, लेकिन इस अवधि में महिलाओं व बच्चियों के खिलाफ अपराध में भयानक वृद्धि हुई है। स्वयं मुख्यमंत्री ने सदन में स्वीकार किया कि पिछले आठ महीनों में 3,420 महिलाएं और 8,403 बच्चे लापता हुए, जबकि 54 सामूहिक बलात्कार हुए हैं। इनमें से अधिकांश पीड़ित आदिवासी और दलित समुदाय से हैं।
भक्त चरण दास ने कहा कि मलकानगिरी में आदिवासी आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाली दसवीं कक्षा की छात्रा गर्भवती हो गई थी और उसने परीक्षा के दिन परीक्षा हॉल में बच्चे को जन्म दिया। इसी तरह की एक और चौंकाने वाली घटना में मुख्यमंत्री के जिले में छठी कक्षा की बच्ची गर्भवती हुई। केंद्रपाड़ा जिले में एक 12वीं कक्षा की छात्रा ने आत्महत्या कर ली, जब एक परीक्षा निरीक्षक ने उसे प्रताड़ित किया। उन्होंने मयूरभंज की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि राष्ट्रपति के गृह जिले में भी एक नाबालिग बच्ची से गैंगरेप हुआ है। उन्होंने कहा कि इन बढ़ती घटनाओं पर भाजपा की डबल इंजन सरकार चुप है।
उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री से राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि इनकी संख्या बीजू जनता दल शासन के दौरान होने वाली घटनाओं से कम है। उनका यह बयान असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है।
वहीं अजय कुमार लल्लू ने कहा कि ओडिशा में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। एनसीआरबी आंकड़ों के अनुसार देश में हर दिन 39 महिलाएं लापता होती हैं, जिनमें से 13 मामले ओडिशा के होते हैं। पिछले आठ महीने में 1,600 से ज्यादा बलात्कार और हत्या की घटनाएं हुई हैं। ऐसे कई मामले हैं, जो अब तक रिकॉर्ड में नहीं आए हैं और न ही मुकदमा दर्ज हुआ है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए ओडिशा कांग्रेस आवाज बुलंद कर रही है। पार्टी ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया और 10 मार्च को सभी जिला मुख्यालयों में व्यापक विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। कांग्रेस विधानसभा में भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठा रही है। कांग्रेस पार्टी एक प्रतिनिधिमंडल बनाएगी और ओडिशा के गांव-गांव जाकर पीड़ित लोगों को कानूनी सहायता देगी।