'संभल हिंसा योगी-बीजेपी-RSS की सोची समझी साजिश': कांग्रेस

'संभल हिंसा योगी-बीजेपी-RSS की सोची समझी साजिश': कांग्रेस

कांग्रेस ने रविवार को संभल में हुई हिंसा को लेकर योगी सरकार को घेरते हुए रविवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में कोई सेफ नहीं है। कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा, बंटेंगे तो कटेंगे का निंदनीय नारा देने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज में उत्तर प्रदेश में कोई नागरिक सेफ नहीं है। संभल में जिस तरह से प्रदर्शनकारियों पर सीधे फायरिंग करने के वीडियो सामने आये हैं, यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बीजेपी और आरएसएस की सोची-समझी साजिश का दुष्परिणाम है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश सालों से सद्भावना और सौहार्द्र का प्रतीक रहा है। वहां एक षड्यंत्र के तहत तीन लोगों की जान ली गई और कई लोग घायल हुए हैं।

पवन खेड़ा ने बीजेपी और आरएसएस को संभल का सौहार्द्र बिगाड़ने के लिए कसूरवार बताते हुए कहा कि मृतकों की जान योगी प्रशासन ने ही ली है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन की पूरी तैयारी थी कि किसी तरह संभल और संभल के जरिए प्रदेश का माहौल खराब किया जा सके। इससे पहले बहराइच में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान शहर को दंगाई तत्वों के हवाले कर दिया गया था।

कांग्रेस नेता ने कहा कि सर्वे टीम के साथ जाने वाले उपद्रवी तत्वों पर कोई कार्रवाई नहीं करना स्पष्ट करता है कि प्रदेश के उपचुनावों के बाद योगी सरकार ने हिंसा और घृणा की राजनीति को और तेज कर दिया है। पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि इस हिंसा में कई निर्दोष लोगों की जान गई है और 24 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक हैं तो सेफ हैं के नारे को खोखला बताते हुए उन्होंने सवाल किया कि दो समुदायों के बीच दीवार खड़ी करना और लोगों की जान लेना एकता का कैसा संदेश है।

पवन खेड़ा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार द्वारा राजनीतिक स्वार्थ के लिए आपसी भाईचारे और सौहार्द्र को समाप्त किया जा रहा है। उन्होंने संभल के लोगों से नफरत की राजनीति को पहचानने, आपसी एकता और सौहार्द्र बनाए रखने और कानूनी तरीके से अपने अधिकारों की रक्षा के लिए कदम उठाने की अपील की।

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में रविवार की सुबह शाही जामा मस्जिद के कोर्ट के आदेश पर सर्वे के बाद बवाल हो गया। देखते ही देखते प्रदर्शनकारी और पुलिस में झड़प हो गई। इस दौरान आक्रोशित भीड़ ने कई वाहनों में आग लगा दी और दोनों पक्षों में जमकर पत्थरबाजी हुई। हिंसा के दौरान फायरिंग नें तीन लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए। पुलिस ने मामले में 24 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। जिले में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई है।