मुंबई,29 मार्च । पालघर के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं के खस्ताहाल के चलते मरीज़ों खासकर आदिवासियों को इलाज के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की भी शर्मनाक हरकते लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। ऐसा ही एक मामला तलासरी इलाके में स्थित एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से सामने आया है। यहां इलाज के लिए लाई गई एक बच्ची को इंजेक्शन लगाने की कोशिश करने पर नशे में धुत एक चपरासी को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। बताया गया है,कि नशे में धुत चपरासी बच्चे को इंजेक्शन लगा रहा था। बच्चे के माता-पिता ने इस पर आपत्ति भी जताई थी। मामले के सामने आने की बाद जमकर हंगामा हुआ। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दयानंद सूर्यवंशी ने कहा कि इस घटना के लिए तलासरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के एक चपरासी को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। बाद में एक डॉक्टर ने बच्ची को इंजेक्शन लगाया। बता दें कि जिले में डॉक्टरो और स्वास्थ्य कर्मियों की कमी है। ऐसे में रात को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से डॉक्टर गायब हो जाते है। जिससे लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
तलसारी तालुका के उधवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नशे में धुत कर्मचारी ने एक छोटी बच्ची का इलाज करने की कोशिश की। यह शराबी कर्मचारी बिना डॉक्टर की सलाह के इस छोटी सी बच्ची को इंजेक्शन देने की कोशिश कर रहा था। लेकिन मरीज के साथ मौजूद परिजनों ने उसे रोक लिया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसमे कर्मचारी ने स्वीकार किया है कि उसने शराब का सेवन किया है। इस घटना से जिले में एक बार फिर स्वास्थ्य सेवा की बदहाली की पोल खुल गई है।