महाराष्ट्र सरकार का 16 हजार करोड़ रुपये के राजस्व घाटे का बजट पेश

महाराष्ट्र सरकार का 16 हजार करोड़ रुपये के राजस्व घाटे का बजट पेश

- बजट में किसान सहित सभी वर्ग को खुश करने का है प्रयास

मुंबई, 09 फरवरी । महाराष्ट्र के वित्त व नियोजन मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को शिंदे-फडणवीस सरकार का पहला 16 हजार करोड़ रुपये के राजस्व घाटे का बजट विधानसभा में पेश किया। बजट में विभिन्न श्रोतों से 4,49,522.61 करोड़ रुपये जमा करने और विभिन्न मदों पर 4,65,645.02 करोड़ रुपये खर्च करने का अंदाज व्यक्त किया है।

इस तरह वर्ष 2023-24 बजट में राज्य सरकार को 16,122.41 करोड़ रुपये का राजस्व घाटा होने वाला है। इस तरह सूबे के वित्त व नियोजन मंत्री ने सूबे के किसान सहित सभी वर्ग को खुश करने का भरपूर प्रयास किया।

वित्त मंत्री ने अपने बजट में किसानों को पिछली सरकार की ओर से घोषित कर्ज माफी की योजना के तहत सभी किसानों को इसका लाभ पहुंचाने का आश्वासन दिया है। साथ ही किसानों को सिंचाई ,जल जमाव के लिए तालाब आधुनिक कृषि यंत्र , शीतगृह , बागवानी आदि के लिए एक हजार रुपये का प्रावधान किया है। साथ ही किसानों को एक रुपये में फसल बीमा का भी प्रावधान किया है, जिससे फसल का नुकसान होने पर किसानों को तत्काल लाभ मिल सके। इसी तरह कोंकण चंदगढ़ कोल्हापुर में 5 वर्ष के लिए 1325 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।

देवेंद्र फडणवीस ने बजट में धान उत्पादक किसानों को15 हजार रुपये प्रति एकड़ नुकसान भरपाई की घोषणा की है, जिसकी किश्त राज्य सरकार भरने वाली है। राज्य सरकार ने मछुआरों के लिए 50 करोड़ रुपये का बजट में प्रावधान किया है।

वित्तमंत्री ने बजट में किसानों को अपने खेत में ड्रोन से कीटनाशक छिड़काव करने की भी छूट दी है। साथ ही योजना बाधितों को तत्काल लाभ पहुंचाने का भी प्रावधान बजट में किया है।

इसके साथ ही वित्त मंत्री ने राज्य में 5 महामंडलों को शुरू करने और हर महामंडल को प्रतिवर्ष 50 करोड़ रुपये दिए जाने का प्रावधान किया है। ग्राम पंचायतों को सबल करने के लिए सौर ऊर्जा योजना प्रारंभ करने की भी घोषणा बजट में की गई। इसके साथ-साथ बजट में महिलाओं सहित हर वर्ग के लिए अलग -अलग तरह के प्रावधान किए गए हैं।