भोपाल, 5 अक्टूबर । राज्य शासन ने गुरुवार को मैहर और पांढुर्णा को नया जिला बनाने के आदेश जारी कर दिए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले महीने ही इन दोनों नगरों को जिला बनाने की घोषणा की थी।
बुधवार देर रात मंत्री-परिषद द्वारा इन दोनों नये जिले के प्रस्तावों को मंजूरी दी और गुरुवार को राजस्व विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। छिंदवाड़ा जिले से अलग होकर पांढुर्णा को और सतना जिले से अलग करके मैहर को जिला बनाया गया है। इसके बाद मध्य प्रदेश में अब 55 जिले हो गए हैं। इससे पहले 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर रीवा से अलग होकर मऊगंज प्रदेश का 53वां जिला बना था।
पांढुर्णा में कुल 137 हलके शामिल
राजस्व विभाग की अधिसूचना के अनुसार पांढुर्णा अब छिंदवाड़ा से अलग होकर नया जिला बन गया है। पांढुर्णा जिले में पांढुर्णा तहसील के सभी 74 हलके तथा सौंसर तहसील के सभी 63 हलके कुल 137 पटवारी हलके समाविष्ट होंगे। पांढुर्णा जिले के गठन के बाद छिंदवाड़ा जिले में शेष 12 तहसीलें क्रमश: अमरवाड़ा, उमरेठ, चांद, चौरई, छिंदवाड़ा, छिंदवाड़ानगर, जुनारदेव, तामिया, परासिया, बिछुआ, मोहखेड़, हर्रई के हलके कुल 686 हलके शेष रहेंगे।
मैहर में कुल 234 पटवारी हलके शामिल
इसी प्रकार राजस्व विभाग ने मैहर को भी नया जिला बनाने की अधिसूचना जारी कर दी है। अब मैहर सतना जिले से अलग होकर स्वतंत्र जिला घोषित हो गया है। इसका मुख्यालय मैहर रहेगा। इसमें मैहर तहसील के 122 पटवारी हलके, अमरपाटन के सभी 53 हलके और रामनगर के सभी 59 पटवारी हलके, कुल 234 पटवारी हलके शामिल होंगे। मैहर के जिला बनने के बाद अब सतना जिले में कुल 496 पटवारी हलके शेष रह जाएंगे।
दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में बुधवार को आधी रात को मंत्रिपरिषद की बैठक हुई थी, जिसमें कुछ नई तहसीलों के सृजन के प्रस्ताव की स्वीकृति दी गई है।
उज्जैन में नवीन तहसील उन्हेल का सृजन
मंत्रिपरिषद द्वारा जिला उज्जैन में नवीन तहसील उन्हेल का सृजन किया गया, जिसमें वर्तमान तहसील नागदा के कुल 28 पटवारी हलके समाविष्ट होंगे। प्रस्तावित तहसील उन्हेल के गठन के पश्चात शेष तहसील नागदा में कुल 38 पटवारी हलके समाविष्ट होंगे। जिले में नवीन तहसील उन्हेल के कुशल संचालन के लिये कुल 17 पद स्वीकृत किये गये हैं।
जिला बालाघाट में नवीन तहसील लामता का सृजन
मंत्रिपरिषद द्वारा जिला बालाघाट में नवीन तहसील लामता का सृजन किया गया, जिसमें वर्तमान तहसील बालाघाट के प.ह.न. 1 से 16 तक, इस प्रकार कुल 16 पटवारी हलके समाविष्ट हांगे। प्रस्तावित तहसील लामता के गठन के पश्चात शेष बालाघाट तहसील में तहसील बालाघाट के 40 पटवारी हलके समाविष्ट होंगे। जिला बालाघाट में नवीन तहसील लामता के कुशल संचालन के लिये 17 पद स्वीकृत किये गये हैं।
जिला रायसेन में नवीन तहसील बम्होरी का सृजन
मंत्रिपरिषद द्वारा जिला रायसेन में प्रस्तावित तहसील बम्होरी में वर्तमान तहसील सिलवानी के कुल 20 पटवारी हलके समाविष्ट होंगे। प्रस्तावित तहसील बम्होरी के गठन के पश्चात शेष तहसील सिलवानी में तहसील सिलवानी के 48 पटवारी हलके समाविष्ट होंगे। जिला रायसेन में नवीन तहसील बम्होरी के कुशल संचालन के लिये कुल 17 पद स्वीकृत किये गये हैं।
रायसेन में तहसील सुल्तानगंज का गठन
मंत्रिपरिषद द्वारा जिला रायसेन में प्रस्तावित तहसील सुल्तानगंज का गठन किया गया जिसमें वर्तमान तहसील बेगमगंज के कुल 28 पटवारी हलके समाविष्ट होंगे। प्रस्तावित तहसील सुल्तानगंज के गठन के पश्चात शेष तहसील बेगमगंज में तहसील बेगमगंज के 33 पटवारी हलके समाविष्ट होगे। जिला रायसेन में नवीन तहसील सुल्तानगंज के कुशल संचालन के लिये कुल 17 पद स्वीकृत किये गये।
मन्दसौर में नवीन तहसील कयामपुर का सृजन
मंत्रिपरिषद द्वारा जिला मन्दसौर में नवीन तहसील कयामपुर का सृजन किया गया, जिसमें वर्तमान तहसील सीतामऊ के 31 हलके समाविष्ट होंगे। तत्पश्चात सीतामऊ तहसील में 43 पटवारी हलके शेष रहेंगे। जिला मन्दसौर में नवीन तहसील कयामपुर के कुशल संचालन के लिये कुल 17 पद स्वीकृत किये गये।
8 ग्राम पंचायतें, नगर परिषद और ब्यौहारी बनेगी नगर पालिका
मंत्रिपरिषद द्वारा मंदसौर जिले की ग्राम पंचायत नाहरगढ़, बोलिया एवं गांधीसागर, सीधी जिले की ग्राम पंचायत सेमरिया, शाजापुर जिले की ग्राम पंचायत अवन्तिपुर बड़ोदिया एवं गुलाना, सतना जिले की ग्राम सिंहपुर, हरदा जिले की ग्राम पंचायत रहटगांव को नगर परिषद के रूप में गठन एवं शहडोल जिले की नगर परिषद ब्यौहारी को नगर पालिका परिषद में उन्नयन किये जाने तथा राज्यपाल को प्रेषित किये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई है।