रांची, 19 अक्टूबर । प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि भाजपा और इसके नेताओं को झारखंड के हित में संकुचित मानसिकता से बाहर निकलना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरा स्पष्ट मानना है कि झारखंड में जल, जंगल और जमीन की लूट मची है। उसपर भी जमीन के मामले में अनेक वैसे स्वार्थी तत्व संलिप्त हैं, जिन्हें झारखंड से कोई लेना-देना नहीं है।
तिर्की रांची के अपर बाजार स्थित प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दृष्टिकोण से हटकर राज्यहित में जब से झारखंड बना तब से लेकर अब तक जमीन में हुई भ्रष्टाचार और घोटाले को लेकर भाजपा आमने-सामने चर्चा करें। कोई भी राजनीतिक दल हो या उसका नेता-कार्यकर्ता उसका उद्देश्य जनहित में काम करना है। इसके लिए सत्ता एक माध्यम बनकर बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में विपक्ष की भी बहुत बड़ी भूमिका है लेकिन सत्ता के लिए वैसी छटपटाहट नहीं होनी चाहिए जैसी अभी झारखंड भाजपा के नेताओं में है। उन्होंने कहा कि 2000 में राज्य गठन के बाद 23 साल गुजर जाने पर भी अबतक झारखंड के लोगों की स्थिति ऐसी क्यों है जबकि अधिकांश वक्त तक प्रदेश में भाजपा ही सत्ता में रही और उनके शासनकाल में जमीन की खूब लूट हुई।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हेहल के खाता संख्या 113, खूंटी के कर्रा खाता नंबर एक, कांके अंचल अंतर्गत मौजा सुकुरहुटू खाता नंबर453, अरगोड़ा खाता नंबर148, अनगड़ा खाता नंबर-22, नामकुम खाता नंबर 55, नगड़ी खाता नंबर 18, ओरमांझी खाता नंबर 144, रातु खाता नंबर 194 नामकुम खाता संख्या- 87 / 125, पिठोरिया खाता नंबर 101, खूंटी खाता नंबर आठ में जमीन लूट में भाजपा नेताओं की संलिप्तता है। सरकार इसकी जांच कराए।