काबुल एयरपोर्ट पर आत्मघाती हमला कराने वाले दो आतंकी संयुक्त राष्ट्र की काली सूची में

काबुल एयरपोर्ट पर आत्मघाती हमला कराने वाले दो आतंकी संयुक्त राष्ट्र की काली सूची में

न्यूयॉर्क, 28 अप्रैल । संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2021 में काबुल हवाई अड्डे पर आत्मघाती हमला कराने वाले दो आतंकियों को काली सूची में डाल दिया है। ये दोनों आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड लेवेंट- खोरासान (आईएसआईएल-के) से जुड़े हुए हैं।

तालिबान ने 15 अगस्त 2021 को काबुल पर कब्जा किया था, जिसके बाद आनन-फानन में अमेरिका और नाटो देशों के फौजी अफगानिस्तान से निकल रहे थे। बड़ी संख्या में अफगानी लोग भी देश से बाहर जा रहे थे। इसके चलते बड़ी संख्या में लोग काबुल एयरपोर्ट के बाहर जमा थे, तभी एक तेज आत्मघाती हमले में भारी तबाही हुई। इस हमले में 170 अफगानी और 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे। वहीं डेढ़ सौ से ज्यादा लोग घायल हुए थे। हमले के बाद 26 अगस्त 2021 को आईएसआईएल-के के प्रवक्ता सुल्तान अजीज आजम और आतंकी संगठन के वरिष्ठ नेता मौलाना राजाब ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।

अब संयुक्त राष्ट्र संगठन ने इन दोनों आतंकियों को काली सूची में डाल दिया है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा काली सूची में डाले जाने के बाद इन आतंकियों की संपत्तियों को सीज कर लिया जाएगा और इनके यात्रा करने पर भी प्रतिबंध रहेगा। साथ ही इन्हें हथियारों की खरीद-फरोख्त में भी मुश्किल आएगी। 26 अगस्त 2021 को ही इन आतंकियों ने काबुल एयरपोर्ट पर हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ले ली थी। सुल्तान अजीज आजम एक पूर्व पत्रकार है और इस समय आईएसआईएल-के का प्रवक्ता है। अफगानिस्तान में साल 2015 में आईएसआईएल-के के गठन के बाद से ही आजम इस आतंकवादी संगठन के साथ जुड़ा हुआ है।