भारत से मधुर संबंध कायम कर बांग्लादेश की छवि बदल रही हैं शेख हसीना: हसन महमूद

भारत से मधुर संबंध कायम कर बांग्लादेश की छवि बदल रही हैं शेख हसीना: हसन महमूद

कोलकाता, 8 जनवरी । एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत नई ऊंचाइयों पर पहुंचा है तो दूसरी ओर शेख हसीना भारत के साथ मधुर संबंध बनाकर बांग्लादेश की छवि बदल रही हैं। कवि जसीमुद्दीन की कविताओं में झोपड़ियों वाला बांग्लादेश बीते दिनों की बात हो गई। उक्त टिप्पणी बांग्लादेश के सूचना एवं प्रसारण मंत्री और स्थानीय सांसद डॉ. हसन महमूद ने की।

डॉ. महमूद रविवार शाम चटगांव प्रेस क्लब में भारत से आये पत्रकारों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। विभिन्न क्षेत्रों में विकास के मामलों में बांग्लादेश कैसे बदल रहा है, इसका जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 12-14 साल पहले बांग्लादेश छोड़ कर दूसरे देश में जाने वाले लोग अब जब लौटते हैं तो यहां विकास देख कर भरोसा नहीं कर पाते। बांग्लादेश एक छोटा-सा देश है, लेकिन यह सब्जी उत्पादन में दुनिया में चौथे नंबर पर है। मछली पालन और चावल उत्पादन में दुनिया में तीसरे नंबर पर है। हम हर मुश्किल परिस्थिति को पार करते हुए लगातार विकास की राह पर हैं लेकिन विपक्ष हो यह दिखाई नहीं देता।

डॉ. हसन महमूद ने कहा, शेख मुजीब के समय में बांग्लादेश की जीडीपी ग्रोथ रेट करीब 9.45 फीसदी थी, अब 8.1 प्रतिशत है। अगर यह दर उस समान बनी रहती तो बांग्लादेश सिंगापुर जैसा हो जाता। हालांकि, विभिन्न दूरगामी योजनाओं के माध्यम से बांग्लादेश के भविष्य को मजबूत करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

चटगांव प्रेस क्लब की नवनिर्वाचित समिति के पदाधिकारियों ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री की उपस्थिति में कलकत्ता और असम से पहुंचे भारतीय पत्रकारों को अतिथि के तौर पर सम्मानित भी किया गया। कोलकाता प्रेस क्लब के अध्यक्ष स्नेहाशीष सुर और सचिव किंग्शुक प्रमाणिक समारोह को संबोधित किया।

डॉक्टर हसन महमूद ने कहा कि पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के लोग एक ही नदी के दोनों ओर, एक ही आकाश के नीचे पले-बढ़े हैं। सीमाओं का बंटवारा हमारे दिलों को नहीं बांट सका। भारत ने बांग्लादेश की आजादी के लिए अपने जवानों की कुर्बानी दी है, लाखों बांग्लादेशियों को शरण दिया है। भारत-बांग्लादेश का यह सुसंपर्क हमेशा बरकरार रहेगा।