काठमांडू, 31 मार्च । नेपाल में प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री बने लोकतान्त्रिक समाजवादी पार्टी के नेता शरत सिंह भंडारी एक ऐसे नेता हैं, जो तीन राजनीतिक व्यवस्थाओं में मंत्री बनने में सफल रहे हैं। वे गैर दलीय पंचायत व्यवस्था, बहुदलीय व्यवस्था और गणतांत्रिक व्यवस्था में 19 बार मंत्री बने हैं।
प्रचंड के नेतृत्व वाली सरकार में इस बार भंडारी श्रम मंत्री बने हैं। महंत ठाकुर के नेतृत्व वाली लोसपा ने भंडारी को मंत्री बनाने के लिए हामी भरी थी। वे विभिन्न राजनीतिक दलों के लिए एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीतते रहे हैं।
भंडारी, जो 1986 में गैर-दलीय पंचायत व्यवस्था होने पर मंत्री बने, बहुदलीय प्रणाली के गठन के बाद नेपाली कांग्रेस में सक्रिय रहे। भले ही उन्हें चुनाव में कांग्रेस की ओर से टिकट नहीं मिला लेकिन वे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरे और जीते। कांग्रेस में रहते हुए वे कई बार मंत्री बने। जब कांग्रेस टूट गई, तो उन्होंने शेर बहादुर देउबा को समर्थन किया। देउबा प्रधानमंत्री बनने के बाद वे मंत्री बने।
मधेश आंदोलन के दौरान वे मधेश केंद्रित पार्टी में शामिल हो गए। उसके बाद वे मधेश पार्टी के सदस्य रहते हुए चुनाव जीतकर कई बार मंत्री बने।