मॉस्को, 15 मार्च । रूसी सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि अगर कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेन के सैनिक अपने हथियार डालने से इनकार करते हैं तो उन्हें बेरहमी से नष्ट कर दिया जाएगा। इससे पहले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सुरक्षा परिषद को बताया कि कुर्स्क के पास अपने हथियार डालने वाले यूक्रेनी सैनिकों को जीवन और सभ्य व्यवहार की गारंटी दी जाएगी।
रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास के अनुसार, पुतिन ने टेलीग्राम चैनल पर लिखा, यह हमारे देश का एक बहुत ही मानवीय दृष्टिकोण है, लेकिन यूक्रेनी सैनिकों के लिए इसका दूसरा पहलू भी है। अगर वह हथियार डालने से इनकार करते हैं, तो वे सभी निर्दयतापूर्वक समाप्त कर दिए जाएंगे। इससे पहले 13 मार्च को पुतिन ने कहा था कि रूस के कुर्स्क क्षेत्र में स्थिति पर पूर्ण नियंत्रण है। यूक्रेनी सैनिकों का एक समूह पूरी तरह से अलग-थलग है। उल्लेखनीय है कि 12 मार्च को पुतिन ने रूसी सेना के कुर्स्क समूह के कमांड पोस्ट में से एक का दौरा किया था।
अगस्त 2024 में कुर्स्क क्षेत्र पर यूक्रेनी सेना द्वारा बड़े पैमाने पर हमला शुरू हुआ। रूसी सेना के जनरल स्टाफ के अनुसार, यूक्रेनी सेना द्वारा कब्जा किए गए 86 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र को पहले ही मुक्त करा लिया गया है। अब मुक्त कराए गए सुदजा से निवासियों को निकाला जा रहा है। सीमा के कुछ हिस्सों में रूसी सेना ने प्रवेश किया। कुर्स्क क्षेत्र में लड़ाई की शुरुआत के बाद से यूक्रेन ने 67,000 से अधिक सैनिकों को खो दिया है।
सीएनएन की खबर के अनुसार, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी क्षेत्र कुर्स्क में यूक्रेनी सैनिकों से आत्मसमर्पण करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि कीव के साथ संभावित अमेरिकी मध्यस्थता वाले युद्धविराम पर कूटनीतिक विचार-विमर्श जारी है। शुक्रवार को रूस की सुरक्षा परिषद के सदस्यों के साथ बैठक में पुतिन ने क्षेत्र में यूक्रेनी सैनिकों पर नागरिकों के खिलाफ अपराध करने का आरोप लगाया, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यूक्रेनी सैनिकों की जान बख्शने की इच्छा को स्वीकार कर लिया और दावा किया कि आत्मसमर्पण करने वाले सैनिकों की जान की गारंटी होगी।
उन्होंने कहा कि रूस अमेरिका के साथ संबंधों को बहाल करने के लिए काम कर रहा है। पुतिन की यह टिप्पणी गुरुवार को मॉस्को में अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ से मुलाकात के बाद आई है। उल्लेखनीय है कि इस सप्ताह के प्रारम्भ में यूक्रेनी अधिकारियों ने सऊदी अरब में अमेरिकी समकक्षों के साथ वार्ता के बाद सम्पूर्ण अग्रिम पंक्ति में 30 दिन के युद्धविराम के अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकार किया है।