काठमांडू, 08 अप्रैल । नेपाल ने देशभर में लंबित विकास परियोजनाओं को समय पर पूरा करने का चीनी कंपनियों से अनुरोध किया है। इन विकास परियोजनाओं का निर्माण कार्य चीन के सहयोग से किया जा रहा है।
बीजिंग में शुक्रवार को नेपाल-चीन डिप्लोमैटिक कंसल्टेटिव मेकैनिज्म की 15वीं बैठक में नेपाली पक्ष ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित किया कि विकास परियोजनाएं समय पर पूरी नहीं हुईं। नेपाल के विदेश मंत्रालय के अनुसार चीनी पक्ष और कंपनी द्वारा बनाई जा रही परियोजना की प्रगति की समीक्षा की गई और काम में तेजी लाने और इसे समय पर पूरा करने पर सहमति बनी।
नेपाल के विदेश सचिव भरतराज पौडयाल और चीन की ओर से उप विदेश मंत्री सुन वेइदॉन्ग ने बैठक में अवसंरचना के विकास में देरी की समीक्षा की। चीनी कंपनियों ने नेपाल में अधिकांश बड़ी अवसंरचना विकास परियोजनाओं के ठेके हासिल किए हैं, लेकिन समय पर निर्माण कार्य पूरा नहीं कर सकीं। चाइना स्टेट कंपनी वर्ष 2019 से ईस्ट-वेस्ट हाइवे के तहत बुटवल नारायणगढ़ सेक्शन का निर्माण कर रही है। निर्माण अवधि पूर्ण होने के बाद भी 25 प्रतिशत कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। सड़क का 114 किमी खंड एशियाई विकास बैंक से 17 अरब नेपाली रुपये के ऋण की मदद से बनाया जा रहा है।
हालांकि चीनी कंपनी को काठमांडू-निजगढ़ फास्ट ट्रैक के विभिन्न पैकेजों के निर्माण का ठेका मिला है, लेकिन उसमें समस्याएं देखी गई हैं। समस्याएं और कार्य सुस्ती के कारण निर्माण कंपनियों को एक बार निलंबित किया जा चुका है।
काम एवं गुणवत्ता में देरी के लिए चीनी कंपनियों की आलोचना की जाती है। काठमांडू घाटी में रिंग रोड के कुछ खंड, जो चीन से कुछ अनुदान और बाकी नेपाली निवेश के साथ बनाए गए थे, समय से पहले ही खराब हो गए हैं और उन्हें फिर से बनाना होगा।