काठमांडू, 10 अप्रैल । भारत में अलगाववादी खालिस्तान अभियान चला रहे अमृतपाल सिंह के नेपाल में घुसने की आशंका के बीच यह मुद्दा सोमवार को संसद में उठा। भारतीय दूतावास ने पत्र लिखकर खालिस्तानी मुहिम चलाने वाले अमृतपाल की नेपाल में घुसने की आशंका जताई थी, इसलिए तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।।
सीपीएन (यूएमएल) के सांसद रघुजी पंत ने सोमवार को संसद में कहा कि नेपाल किसी भी तरह के अलगाववाद और आतंकी गतिविधियों का समर्थन नहीं करता है। आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए बिना अनुमति के विदेशी सुरक्षाकर्मियों का नेपाल में प्रवेश करना कानून के खिलाफ होगा। संसद में पंत ने कहा कि नेपाल के सुरक्षा बल दूसरे देशों से भागे आतंकवादियों और अपराधियों को पकड़ने में सक्षम हैं।
दरअसल, नेपाली मीडिया में अमृतपाल सिंह की तलाश में भारत से 6 इंटेलिजेंस ब्यूरो की टीम आने का मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है। इस पर सांसद रघुजी पंत ने कहा कि नेपाल ने भारतीय सुरक्षाकर्मियों को आने की इजाजत नहीं दी है, लेकिन अगर वे बिना अनुमति आये हैं, तो इसका मतलब है कि भारत को नेपाल की सुरक्षा व्यवस्था के प्रति अविश्वास पैदा हो गया है।
उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि यह बात पहले ही सार्वजनिक हो चुकी है कि भारतीय दूतावास ने पत्र लिखकर खालिस्तानी मुहिम चलाने वाले अमृतपाल की नेपाल में घुसने की आशंका जताई थी। डीआईजी एवं नेपाल पुलिस के प्रवक्ता पोशराज पोखरेल ने दावा किया है कि अमृतपाल सिंह नेपाल में नहीं हैं, क्योंकि सीमा पर सुरक्षा एहतियात बरती गई है।