करुईजावा, 18 अप्रैल । दुनिया के सात अमीर देशों के समूह जी-7 के शीर्ष राजनयिकों ने ताइवान को चीन से खतरे तथा यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध के खिलाफ एकीकृत रुख अपनाने का संकल्प लिया। जी-7 के शीर्ष राजनयिकों ने मंगलवार को बैठक के समापन पर कहा कि वे मॉस्को के खिलाफ कड़े प्रतिबंधों को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
जी-7 की विज्ञप्ति में उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों की अभूतपूर्व होड़ की भी कड़ी निंदा की गई है। जापान के इस शहर में तीन दिवसीय सम्मेलन के समापन पर जारी विज्ञप्ति में एशिया में चीन की बढ़ती आक्रामकता एवं यूक्रेन के खिलाफ रूसी हमले पर विशेष जोर रहा।
विदेश मंत्रियों ने कहा कि युद्ध अपराधों और अन्य अत्याचारों जैसे नागरिकों और महत्वपूर्ण नागरिक बुनियादी ढांचे के खिलाफ रूस के हमलों के लिए कोई दंडमुक्ति नहीं हो सकती है।
विज्ञप्ति में कहा गया कि हम रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को तेज करने, उनका समन्वय करने और उन्हें पूरी तरह से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अपना बचाव करने के लिए यूक्रेन को जब तक उनकी सहायता की जरूरत पड़ेगी वो करेंगे।