- रामनगर तैयार, शासन-प्रशासन मुस्तैद, अतिथियों को जिम कार्बेट पार्क की सफारी कराने की भी तैयारी पूरी
-राज्य के अन्य स्थानों पर होने वाले जी-20 सम्मेलन के क्षेत्रों को सजाने का काम जोर-शोर जारी
देहरादून, 27 मार्च । अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले जी-20 सम्मेलन की तैयारियां उत्तराखंड में पूरे शबाब पर हैं। 28 मार्च मंगलवार से नैनीताल जिले के रामनगर में विज्ञान विषय पर जी-20 सम्मेलन की पहली बैठक शुरू होने जा रही है। इसके लिए शासन-प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। इस तीन दिवसीय जी-20 सम्मेलन की बैठक के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है।
रामनगर में विज्ञान विषय पर होने वाले जी-20 सम्मेलन में 70 से अधिक विदेशी अतिथि-वैज्ञानिक सलाहकार शामिल होंगे। इन अतिथियों के भ्रमण के लिए जिम कार्बेट पार्क की सफारी कराने की भी तैयारी पूरी कर ली गई है। अंतरराष्ट्रीय के अतिथियों के आने के कारण उनकी सुरक्षा में कोई कोताही न हो इस संदर्भ में शासन-प्रशासन पूरी तरह तैयार और सतर्क है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस संबंध में शासन के अधिकारियों और विभागों को विशेष निर्देश दिए हैं। रामनगर, ऋषिकेश, हरिद्वार में होने वाले जी-20 के इन कार्यक्रमों से उत्तराखंड को विशेष लाभ होने वाला है। इसके चलते शासन-प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। अतिथियों के आगमन से पूर्व उनके आने और व्यवस्था के तौर तरीकों पर प्रशासन की पैनी दृष्टि है। हवाई अड्डे से लेकर सड़कों तक को व्यवस्थित करने का काम चल रहा है। इसके लिए पूर्वाभ्यास भी किया जा चुका है।
विदेशी मेहमानों को परोसे जाएंगे पारंपरिक व्यंजन-
उत्तराखंड आने वाले अतिथियों के स्वागत के लिए मार्गों की दीवारों पर लोक संस्कृति को रेखांकित करती कलाकृतियां बनाई गई हैं ताकि विदेशी मेहमान हमारी संस्कृति से परिचित हो सकें। साथ ही उनके भोजन में विदेशी व्यंजनों के साथ ही उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजन भी परोसने की व्यवस्था की गई है। इस संदर्भ में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने पूर्वाभ्यास और व्यवस्था का निरीक्षण भी किया है, जिससे किसी प्रकार की कोई कमी न रह जाए ताकि विदेशों में उत्तराखंड की छवि और बेहतर बने।
इसके लिए मार्गों पर अंग्रेजी और हिन्दी में चिन्ह लगाए गए हैं। कुमाऊं और गढ़वाल से 1500 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है ताकि कहीं भी किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो। विदेशी मेहमानों के आने के मार्गों को सुसज्जित करने का काम चल रहा है। सड़क के किनारे की झाड़ियां साफ कर दी गई हैं और वहां फूलों के पौधे लगाए जा रहे हैं। साथ ही फूलों वाले गमले भी रखे गए हैं।
रामनगर के महाविद्यालय के बाहर दीवारों को उत्तराखंडी संस्कृति से सजाने का काम किया गया है और स्थानीयता को उकेरा गया है। यही स्थिति ऋषिकेश और हरिद्वार की भी है, जहां हर प्रकार की साज-सज्जा की जा रही है ताकि जी-20 में आने वाले विदेशियों को भारतीय संस्कृति से भली भांति परिचित कराया जा सके।