नई दिल्ली, 18 अप्रैल । पाकिस्तान से मंगलवार को प्रकाशित अधिकांश समाचारपत्रों ने नेशनल असेंबली में पंजाब चुनाव के लिए दूसरी बार फंड जारी करने की मांग को रद्द किए जाने की खबरें प्रमुखता से प्रकाशित की हैं। स्टेट बैंक का कहना है कि हमने राशि अलॉट कर दी है, उसे जारी करने का अधिकार हमारे पास नहीं है। कानून मंत्री का कहना है कि अदालत से टकराव नहीं चाहते। अफसर संविधान को किनारे करके कैसे फंड दे सकते हैं। पंजाब चुनाव के लिए फंड जारी करने की सुप्रीम कोर्ट की डेडलाइन सोमवार को समाप्त हो चुकी है।
अखबारों ने पूर्व सूचना प्रसारण मंत्री फव्वाद चौधरी का एक बयान छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि राज्यों की असेंबली के इलेक्शन पर बातचीत का वक्त गुजर गया है। नेशनल असेंबली के चुनाव के लिए बातचीत करने के लिए तैयार हैं। अखबारों ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के उस बयान को भी महत्व के साथ छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि सऊदी अरब से अतिरिक्त 2 अरब डॉलर मिल गए हैं, संयुक्त अरब अमीरात ने एक अरब डॉलर देने का वादा किया है। इस तरह आईएमएफ की यह शर्त भी पूरी कर दी है। अखबारों ने गेहूं, आटा, चीनी, खाद स्मगलिंग करने पर भारी जुर्माना और 2 साल कैद का कानून लागू किए जाने की खबरें भी दी हैं।
कुछ अखबारों ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की एक टिप्पणी को भी जगह दी है, जिसमें उन्होंने कहा है कि इमरान के चार साल के कार्यकाल में लोग बदहाल हुए हैं। मुस्लिम लीग नवाज ही पाकिस्तान की जनता को मुश्किलों से निकालेगी। लीग जनता का समर्थन चाहती है, पूरे देश में एक दिन चुनाव होने चाहिए।
ईरान के राष्ट्रपति के जरिए सऊदी अरब के शाह को ईरान का दौरा किए जाने की दावत देने की खबरें भी अखबारों ने दी हैं। ईरान सऊदी अरब संबंधों की बहाली के बाद ईरान की तरफ से दोस्ती का यह बड़ा पैगाम दिया गया है।
अखबारों ने अमेरिकी पार्लियामेंट के सदस्य ब्रेड सरमन का एक स्पष्टीकरण छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि इमरान ने भरोसा दिलाया है कि वह अमेरिका के खिलाफ नहीं है। अखबारों ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का एक बयान छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि पूर्व सेना अध्यक्ष बाजवा ने अपने सेवा विस्तार के लिए हमारे संबंध अमेरिका और सऊदी अरब से खराब करने की मुहिम चलाई थी। उन्होंने घोषणा की है कि वह ज़मां पार्क में कार्यकर्ताओं के साथ ईद मनाएंगे।
मुंबई में खुले मैदान में पुरस्कार वितरण करने के कार्यक्रम के दौरान गर्मी से 11 लोगों की मृत्यु होने की खबर को भी सरहद उस पार के अखबारों ने जगह दी हैं। अखबारों ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक के पुलवामा हमले पर बयान देने के बाद हमले वाली जगह पर कांग्रेस पार्टी के धरना-प्रदर्शन किए जाने की खबरें दी हैं।
अखबारों ने नई दिल्ली में कश्मीरी युवक के साथ हिंसा करने और भारत के समर्थन में उससे नारे लगवाए जाने की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने की ख़बरें दी हैं। इसके साथ ही भटिंडा के सैनिक अड्डे में होने वाली गोलीबारी में एक भारतीय सैनिक के अपने ही चार साथियों की हत्या का जुर्म कबूल करने की खबरें भी समाचारपत्रों ने दी हैं। यह घटना आपसी दुश्मनी की बुनियाद पर हुई थी। यह सभी खबरें रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा दुनिया, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा जंग और रोजनामा औसाफ आदि ने अपने पहले पन्ने पर प्रकाशित की हैं।
रोजनामा नवाएवक्त ने रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का एक बयान छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक के रहस्योद्घाटन ने भारत के बयान को रद्द कर दिया है। ख्वाजा आसिफ का कहना था कि अब साबित हो गया है कि भारतीय बयान झूठ पर आधारित था। सत्यपाल मलिक के बयान के आने के बाद पुलवामा मामला सभी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाएंगे।