पाकिस्तानी अखबारों सेः खुंजराब दर्रा खुलने को प्रमुखता, पीएम और मरियम ने खुशी जताई

पाकिस्तानी अखबारों सेः खुंजराब दर्रा खुलने को प्रमुखता, पीएम और मरियम ने खुशी जताई

- सुप्रीम कोर्ट में इलेक्शन केस की सुनवाई और इजराइल पर विदेश मंत्रालय की सफाई को भी महत्व

नई दिल्ली, 03 अप्रैल । पाकिस्तान से सोमवार को प्रकाशित अधिकांश समाचारपत्रों ने खुंजराब दर्रा व्यापार के लिए खुलने की खबरों को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया है। इस पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा है कि तीन साल बाद इसके खुलने से व्यापार की बहाली हुई है। एक फॉरेन फंडेड व्यक्ति ने सीपैक को विवादित बनाकर जुर्म किया था। सीपैक प्रोजेक्ट की रफ्तार बढ़ाने के रास्ते में मौजूद सभी रुकावटों को दूर किया जाएगा। यह आर्थिक कॉरिडोर नवाज शरीफ और चीनी नेतृत्व के तरफ से खुशहाली का तोहफा है। अखबारों ने मुस्लिम लीग नवाज की नेता मरियम नवाज के जरिए भी खुंजराब पास खुलने को अच्छी खबर बताने की खबर को जगह दी है। उन्होंने कहा है कि इससे सीपैक प्रोजेक्ट की रफ्तार में तेजी आएगी। पीटीआई ने सीपैक की रफ्तार को प्रभावित किया था।

कुछ अखबारों ने सुप्रीम कोर्ट के जरिए इलेक्शन केस की आज सुनवाई किए जाने की खबरों को लीड समाचार के तौर पर प्रकाशित किया है। अखबारों ने लिखा है कि सुप्रीम कोर्ट ने विचाराधीन इलेक्शन केस में 31 मार्च की सुनवाई का आदेश जारी किया है। चीफ जस्टिस अता बिंदयाल की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय बेंच इसकी सुनवाई करेगी। सरकार में शामिल तीन दलों की तरफ से इस तीन सदस्यीय बेंच पर आपत्ति दर्ज की गई है और इस पर फुल कोर्ट के गठन की अपील किए जाने की उम्मीद व्यक्त की जा रही है।

अखबारों ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का एक बयान छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि ना पालिसी बदली है ना इजराइल से व्यापारिक संबंध स्थापित हुए हैं। सोशल मीडिया पर जो खबरें चल रही हैं, वह सब प्रोपेगेंडा हैं।

अखबारों ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा फिर से 90 दिन के अंदर चुनाव कराने के संबंध में दी गई चेतावनी को भी जगह दी है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सरकार से बातचीत हुई तो मैं नहीं बैठूंगा, पार्टी के आला नेता इस में भाग लेंगे। अभी चुनाव नहीं हुए तो अक्टूबर में भी इसकी कोई संभावना नहीं है।

अखबारों ने सऊदी अरब और ओपैक देशों के जरिए तेल के उत्पादन में कमी किए जाने के फैसले की खबरें देते हुए बताया कि इससे तेल के दामों में वृद्धि की संभावना बढ़ गई है। अखबारों ने वित्त मंत्री इसहाक डार के जरिए एक प्रतिनिधिमंडल के साथ आईएमएफ से बात करने के लिए अमेरिका के दौरे पर जाने की तैयारी की खबरें भी दी हैं।

अखबारों ने संविधान की स्थापना के गोल्डन जुबली समारोह में स्पीकर के जरिए इमरान खान को दावत दिए जाने का फैसला लेने की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने कर्नाटक में गोरक्षा के नाम पर एक और मुसलमान की हत्या किए जाने की खबरें भी दी हैं।

अखबारों ने अमेरिकी अखबार के हवाले से एक खबर दी है, जिसमें बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में एकल पार्टी राज चाहते हैं। कुछ जजों ने उन्हें बचाया है, नरमी करने वाले जजों को नवाजा गया है। राहुल गांधी के मामले पर विरोध हो रहा है। मीडिया बुजदिल बना हुआ है। विरोध करने वालों को परेशान किया जा रहा है।

अखबारों ने 2002 के गुजरात के दंगों में शामिल 26 आरोपितों को 20 बरस बाद अदालत से बरी किए जाने की खबरें भी दी हैं। ये सभी खबरें रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा दुनिया, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा जंग और रोजनामा औसाफ आदि ने अपने पहले पन्ने पर प्रकाशित की हैं।

रोजनामा नवाएवक्त ने कश्मीरी नेताओं और सिविल सोसायटी के सदस्यों के जरिए कश्मीर में मानवाधिकारों के हनन और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को काले कानून के तहत गिरफ्तार करने और परेशान करने की निंदा किए जाने की खबर दी है। उनका कहना है कि इन्हें राजनीतिक गतिविधियां चलाने से लगातार रोकने की कोशिश की जा रही है। इन लोगों ने आरोप लगाया है कि जम्मू-कश्मीर की मुस्लिम क्षेत्र की पहचान को मिटाने की कोशिश हो रही है। कश्मीरियों की संपत्तियां छीनी जा रही हैं और कश्मीर में तैनात सरकारी कर्मचारियों को नौकरियों से बर्खास्त किया जा रहा है।