काठमांडू, 13 मई । नेपाल में भैरहवा स्थित गौतम बुद्ध इंटरनेशनल एयरपोर्ट और पोखरा स्थित इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण पर अत्यधिक खर्च होने के बावजूद अभी तक यहां से विमान सेवा का संचालन ठीक ढंग से शुरू नहीं हो सका है। इन दोनों एयरपोर्टों का निर्माण चीन की कंपनी ने किया है।
जज़ीरा एयरलाइंस गौतम बुद्ध इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हवाई सेवा प्रदान करती है, लेकिन यहां से उड़ानों का अभी नियमित संचालन नहीं शुरू हो सका है। कंपनी ने एक बार फिर विभिन्न कारणों का हवाला देते हुए विमानों का संचालन बंद कर दिया है। वहीं, पोखरा एयरपोर्ट के विधिवत उद्घाटन के बावजूद यहां से भी इंटरनेशनल उड़ानें शुरू नहीं हो सकी हैं।
गौतम बुद्ध इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण पर कुल 76 मिलियन डॉलर खर्च हुए हैं। इसका निर्माण कार्य वर्ष 2016 में शुरू हुआ था। गौतम बुद्ध इंटरनेशनल एयरपोर्ट चीन के नॉर्थवेस्ट सिविल एविएशन एयरपोर्ट कंस्ट्रक्शन ग्रुप द्वारा एशियाई विकास बैंक और अंतरराष्ट्रीय विकास के लिए ओपेक फंड से ऋण लेकर बनाया गया। इसे चीन के हिमालय क्षेत्र में बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का हिस्सा माना जा रहा है।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने एक जनवरी, 2023 को पोखरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था। हालांकि इस एयरपोर्ट से भी इंटरनेशनल उड़ानें अभी शुरू नहीं हो सकी हैं। इस एयरपोर्ट का निर्माण चीन के एक्जिम बैंक के सहयोग से हुआ है। एक्जिम बैंक के साथ वर्ष 2016 में 215 मिलियन डॉलर के ऋण को लेकर समझौता हुआ था, जबकि एयरपोर्ट के निर्माण पर 305 मिलियन डॉलर खर्च हुए हैं।
चीनी निर्माण कंपनी सीएएमसीई द्वारा निर्मित पोखरा एयरपोर्ट की ऊंची कीमत का मुद्दा अब जोरशोर से उठने लगा है। नेपाल के वित्त मंत्री डॉ. प्रकाशकरण महत ने एक बार फिर कहा है कि पोखरा एयरपोर्ट के निर्माण पर निर्धारित बजट से ज्यादा धनराशि खर्च हुई है। पोखरा एयरपोर्ट के निर्माण की लागत गौतम बुद्ध एयरपोर्ट से चार गुना अधिक है।
नेपाल में इस समय त्रिभुवन एयरपोर्ट समेत तीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। अंतरराष्ट्रीय विमानों का नियमित संचालन सिर्फ त्रिभुवन एयरपोर्ट से ही हो रहा है। यह भी एक सवाल है कि भारत को हवाई मार्ग उपलब्ध नहीं कराने के कारण इन एयरपोर्टों के नियमित संचालन में दिक्कतें आ रही हैं। नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड पहले ही अपनी प्रस्तावित भारत यात्रा के दौरान हवाई मार्ग के बारे में बातचीत को लेकर बयान दे चुके हैं। हालांकि प्रचंड की भारत यात्रा की तारीख अभी तय नहीं हो सकी है।