काठमांडू, 24 मई । नेपाल में फर्जी शरणार्थियों के मामले की जांच के लिए संसदीय समिति के गठन की मांग की गई है। संसद में चौथी सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (आरएसपी) के अध्यक्ष रवि लामिछाने ने पुलिस द्वारा की जा रही जांच पर संदेह व्यक्त करते हुए बुधवार को एक संसदीय समिति के गठन की मांग की।
लामिछाने ने इस बात पर आपत्ति जताई कि शरणार्थी मामले में शामिल ताकतवर लोगों को बयान के लिए भी नहीं बुलाया गया। इस मामले में पूर्व गृह मंत्री राम बहादुर थापा बादल, पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की पत्नी आरजू देउबा, पूर्व गृह मंत्री बालकृष्ण खांड की पत्नी मंजू खांड का नाम भी जुड़ा है। हालांकि, उनकी जांच नहीं की गई है।
नेपाल के पुलिस प्रमुख वसंत कुंवर पर भी फर्जी शरणार्थियों के मामले में शामिल होने का आरोप है। इस मामले में बुधवार को गृह मंत्री नारायणकाजी श्रेष्ठ ने उन्हें कार्य कक्ष में बुलाकर चर्चा की।
नेपाल में शरणार्थी मामले में अब तक पूर्व उप प्रधानमंत्री टोप बहादुर रायमाझी, पूर्व गृह मंत्री बालकृष्ण खांड, पूर्व सांसद इंद्रजीत राई, अंगतवा शेरपा, सरकार के सचिव टेकनारायण पांडेय, भूटानी शरणार्थी नेता टेकनाथ रिजाल समेत 16 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। घटना के 17 आरोपित फरार सूची में हैं।