खार्तूमा, 16 अप्रैल । सूडान की राजधानी खार्तूम और अन्य इलाकों में सेना और अर्द्धसैनिक बल के बीच संघर्ष में एक भारतीय समेत 56 लोगों की मौत हो गई है। हिंसा में कम से कम 595 लोग जख्मी हुए हैं। इस संघर्ष से लोकतंत्र बहाल करने की उम्मीदों को एक बार फिर झटका लगा है। सेना और उसके पूर्व साझेदार तथा अब प्रतिद्वंद्वी रैपिड सपोर्ट फोर्स समूह (आरएसएफ) के बीच महीनों के तनाव के बाद संघर्ष हुआ है।
अब्देल फतेह अल बुरहान के नेतृत्व वाली सेना ने एक बयान में आरएसएफ के साथ बातचीत से इनकार करते हुए इसे भंग करने की बात कही है और इसे बागी मिलिशिया करार दिया है। दूसरी तरफ अर्द्धसैनिक समूह आरएसएफ ने सशस्त्र बलों के प्रमुख को अपराधी बताया है। वर्ष 2021 में देश में तख्तापलट हुआ था और अब इस तरह के संकेत मिल रहे हैं कि दोनों के बीच संघर्ष जारी रह सकता है। जनरल मोहम्मद हमदान दागलो की अगुवाई वाले आरएसएफ का सशस्त्र बलों में एकीकरण को लेकर सहमति न बन पाने की वजह से यह तनाव उत्पन्न हुआ है।
राजधानी खार्तूम में हिंसा की वजह से अराजक स्थिति है, जहां लड़ाके ट्रक पर रखी मशीन गन से अंधाधुंध गोलीबारी कर रहे हैं। सेना ने शनिवार शाम एक बयान में बताया था कि उसके सैनिकों ने उम्म दुरमान शहर स्थित आरएसएफ के सभी अड्डों पर कब्जा कर लिया है, जबकि लोगों ने बताया कि राजधानी के आसपास अर्द्धसैनिक बल की चौकियों पर हवाई हमले किए गए हैं। रविवार तड़के तक 56 लोगों की मौत हो गई और कम से कम 595 लोग जख्मी हुए हैं।
इस बीच खार्तूम में भारतीय दूतावास ने बताया कि मृतकों में एक भारतीय भी शामिल है, जिसकी पहचान अल्बर्ट ऑगस्टाइन के तौर पर हुई है। वह सूडान में डल ग्रुप कंपनी में काम करता था। भारतीय मिशन ने ट्वीट में कहा कि सूडान में डल ग्रुप कंपनी में काम करने वाले भारतीय नागरिक अल्बर्ट ऑगस्टाइन को एक गोली लगी थी, जिस वजह से उनकी मौत हो गई। दूतावास आगे की व्यवस्था करने के लिए परिवार और चिकित्सा अधिकारियों के संपर्क में है। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री, संयुक्त राष्ट्र महासचिव, यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख, अरब लीग के प्रमुख और अफ्रीकी संघ आयोग के प्रमुख सहित शीर्ष राजनयिकों ने दोनों पक्षों से लड़ाई बंद करने का आग्रह किया।