काठमांडू, 27 अप्रैल । नेपाल में अभी तक पूर्ण रूप से मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो सका है। पिछले साल दिसंबर में प्रधानमंत्री बनने के बाद से पुष्प कमल दहल प्रचंड 8 बार मंत्रियों का फेरबदल कर चुके हैं। इसके बावजूद पूर्ण रूप से अभी तक मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हो सका है ।
अभी प्रधानमंत्री खुद चार मंत्रालय संभाल रहे हैं। उनमें से दो मंत्रालय नेपाली कांग्रेस के हिस्से में हैं। कांग्रेस से एक उप प्रधानमंत्री समेत 6 मंत्री बनाए गए हैं। उनके अधीन आने वाले अन्य मंत्रालयों की संख्या को लेकर कांग्रेस के भीतर विवाद है।
कांग्रेस के भीतर सभापति शेर बहादुर देउबा को छोड़कर अन्य गुट तीन मंत्रालयों का दावा करते रहे हैं। तीन मंत्रालयों का दावा करने के बाद सभापति देउबा ने अभी तक प्रधानमंत्री प्रचंड को नाम नहीं सौंपा है। प्रधानमंत्री प्रचंड कांग्रेस को केवल 8 मंत्रालय देने पर सहमत हैं। कांग्रेस कुल 9 मंत्रालयों पर दावा कर रही है।
23 अप्रैल को हुए उपचुनाव के बाद कांग्रेस प्रधानमंत्री प्रचंड को जवाब देने के बावजूद नए मंत्री का नाम नहीं बता पाई है। प्रधानमंत्री के करीबी सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस के भीतर विवाद के चलते विस्तार में देरी हो रही है जबकि वे इसका इंतजार कर रहे हैं।
बाकी दो मंत्रालयों में से एक जनता समाजवादी पार्टी (जेएसपी) के हिस्से में है। जेएसपी अध्यक्ष उपेंद्र यादव चुनाव जीतकर सांसद बनने के बाद से उप प्रधानमंत्री समेत अहम मंत्रालय संभालने की तैयारी कर रहे हैं।
बताया गया है कि कांग्रेस ने ज्यादा मंत्रालयों का दावा किया है, इसलिए प्रधानमंत्री प्रचंड बाकी मंत्रालयों की जिम्मेदारी किसी निर्दलीय सांसद को देने को तैयार हैं।
नेपाल में प्रधानमंत्री प्रचंड के मंत्रिमंडल में अभी 19 सदस्य हैं जिनमें 2 उप प्रधान मंत्री, 14 मंत्री और 1 राज्य मंत्री हैं।