ब्राजीलिया, 09 जनवरी । ब्राजील में चुनाव हारे पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थक उनकी हार स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। बोल्सानारो समर्थकों ने ब्राजील के सर्वोच्च न्यायालय, संसद भवन और राष्ट्रपति भवन पर धावा बोल दिया है। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा का विरोध कर रहे बोल्सोनारो समर्थकों ने देश की राजधानी ब्राजीलिया के कई भवनों में भी तोड़फोड़ की है।
ब्राजील में पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सानारो के चुनाव हार जाने के बाद वामपंथी नेता लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा नए राष्ट्रपति बने हैं। यह फैसला पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो को स्वीकार नहीं है, साथ ही उनके समर्थकों ने भी इसके खिलाफ उग्र बिगुल बजा दिया है। जनवरी, 2003 से दिसंबर, 2010 के बीच राष्ट्रपति रहे लुइज इनासियो लूला डॉ. सिल्वा ने 31 अक्टूबर, 2022 को हुए चुनाव में जायर बोल्सोनारो को हरा दिया था। उनके शपथ ग्रहण के एक सप्ताह बाद देश में दंगा भड़क उठा। बोल्सोनारो के समर्थक ब्राजील की राजधानी ब्राजीलिया में सड़कों पर हंगामा और हिंसा कर रहे हैं। ब्राजील के राष्ट्रीय झंडे में लिपटे प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन को घेर लिया, जिसके जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। अब तक 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
जायर बोल्सोनारो के समर्थकों की ओर से की गई इस हिंसा को ब्राजील में तख्तापलट की कोशिश करार दिया जा रहा है। बोल्सोनारो के समर्थकों ने सरकारी हथियार भी लूट लिये हैं। राजधानी में हिंसा फैलने के बाद बोल्सनारो ने रविवार की देर रात ट्विटर पर कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन लोकतंत्र का हिस्सा हैं। एक बयान में राष्ट्रपति लूला ने इस कार्रवाई को कट्टरपंथी फासीवादी करार दिया। इसके पहले लूला ने व्यवस्था बहाल करने के लिए राष्ट्रीय गार्ड को राजधानी ब्राजीलिया में भेजने के लिए इमरजेंसी पावर की घोषणा की थी।