सैकरामेंटो, 12 अप्रैल । अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया की विधानसभा ने एक प्रस्ताव पारित कर भारत में 1984 में हुए सिख दंगों को नरसंहार की मान्यता देने की मांग की है। अमेरिकी कांग्रेस को औपचारिक रूप से भेजे गए इस प्रस्ताव में 1984 दंगों की निंदा करने का आग्रह भी किया गया है।
कैलिफोर्निया राज्य विधानसभा की पहली पहली निर्वाचित सिख सदस्य जसमीत कौर बैंस द्वारा पेश यह प्रस्ताव विधानसभा सदस्य कार्लोस विलापुदुआ द्वारा सह-प्रायोजित था। विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित इस प्रस्ताव के पक्ष में विधानसभा के एक अन्य हिन्दू सदस्य ऐश कालरा ने भी मतदान किया। प्रस्ताव में कहा गया है कि अमेरिका में सिख समुदाय दंगों के शारीरिक और मनोवैज्ञानिक आघात से उबर नहीं पाया है। प्रस्ताव में अमेरिकी कांग्रेस से औपचारिक रूप से नवंबर 1984 की सिख विरोधी हिंसा को एक नरसंहार के रूप में मान्यता देने और निंदा करने का आग्रह करता है।
अमेरिकी सिख कॉकस कमेटी और अन्य अमेरिकी सिख निकायों के समन्वयक प्रितपाल सिंह ने एक बयान में प्रस्ताव पेश करने और इसे पारित करने के लिए कैलिफोर्निया राज्य विधानसभा के सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया है।