वाशिंगटन, 31 मार्च । चीन के साथ रिश्तों की तनातनी के बीच अमेरिकी ने चीन पर भारतीय सीमा पर उकसावे वाले कदम उठाने का आरोप लगाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय के हिंद-प्रशांत मामलों के समन्वयक कर्ट कैंपबेल ने भारत के साथ निकटता के साथ काम करने की मंशा जाहिर करते हुए कहा कि दुनिया को वैश्विक मंच पर एक महान राष्ट्र के रूप में भारत की भूमिका को समझने की जरूरत है।
अमेरिकी थिंक टैंक सेंटर फॉर ए न्यू अमेरिकन सिक्योरिटी से कैंपबेल ने कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत की बड़ी भूमिका को अमेरिका प्रोत्साहित करना चाहता है और इसका समर्थन करना चाहता है। भारत के साथ पहले से ही मजबूत रिश्ते को और गहरा करने की इच्छा जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों देशों के लोगों के आपसी संबंध अमेरिकी लोगों के वैश्विक स्तर पर अन्य देशों के लोगों से संबंधों की तुलना में सबसे मजबूत हैं।
थिंक टैंक सेंटर फॉर ए न्यू अमेरिकन सिक्योरिटी ने एक रिपोर्ट में कहा कि भारत-चीन सीमा पर घुसपैठ तथा झड़पों की घटनाएं बढ़ गई हैं। रिपोर्ट के अनुसार, भारत एवं चीन के बीच सीमा को लेकर शत्रुता की बढ़ती आशंका का अमेरिका पर और इन दो एशियाई दिग्गजों के बीच उसकी हिंद-प्रशांत रणनीति पर असर पड़ता है। कैंपबेल ने कहा कि पांच हजार मील की विशाल सीमा पर चीन ने जो कुछ कदम उठाए हैं, वे भड़काने वाले तथा भारतीय भागीदारों व दोस्तों के लिए बेहद चिंताजनक है। कैंपबेल ने भारत-अमेरिका संबंधों को 21वीं सदी में अमेरिका के लिए सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंध करार दिया।