काठमांडू, 15 मार्च । इस महीने की 17 तारीख को होने वाले उपराष्ट्रपति के चुनाव में चार उम्मीदवारों के बीच मुकाबला जरूर होना है पर चारों बहुमत से दूर हैं। चुनाव आचार संहिता के तहत मंगलवार आधीरात से प्रचार थम गया है । सत्तारूढ़ गठबंधन ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
चार उम्मीदवारों में से तीन सत्तारूढ़ गठबंधन से हैं। इनमें से जनता समाजवादी पार्टी की प्रमिला कुमारी खुद मैदान से बाहर हो गई हैं। हालांकि, तकनीकी रूप से उनकी उम्मीदवारी बरकरार है। जेएसपी के रामसहाय प्रसाद यादव भी मैदान में हैं। उनकी उम्मीदवारी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की गई थी, लेकिन उसे खारिज किया जा चुका है।
इस चुनाव पर सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया गया। गुहार लगाई गई कि राष्ट्रपति पद पर यदि कोई पुरुष पदारूढ़ हो तो उपराष्ट्रपति महिला होनी चाहिए । सुप्रीम कोर्ट ने यह दलील नहीं मानी। इसलिए रामसहाय की उम्मीदवारी बरकरार है। जनमत पार्टी की ममता झा भी सत्ताधारी गठबंधन से उम्मीदवार हैं। यादव और झा के पास निर्णय लेने के लिए आधी रात तक का समय है। सीपीएन (यूएमएल) की अष्टलक्ष्मी शाक्य को उनकी पार्टी के अलावा किसी ने समर्थन देने की घोषणा नहीं की है। त्रिपक्षीय मुकाबले के आसार भी बन रहे हैं।