- भारत ने अफ्रीकी संघ में शामिल 42 देशों को लगभग 14 बिलियन डॉलर का ऋण दिया
- अफ्रीकी देशों की रक्षा क्षमता बढ़ाने के लिए और कर्ज देने पर विचार कर रहा है भारत
नई दिल्ली, 03 अप्रैल । भारत ने अफ्रीकी संघ में शामिल 42 देशों को लगभग 14 बिलियन डॉलर का ऋण दिया है। इस कर्ज का इस्तेमाल मुख्य रूप से सड़क, रेलवे और बंदरगाह के निर्माण पर होगा। इन पारंपरिक क्षेत्रों के अलावा अफ्रीकी देशों की रक्षा क्षमता बढ़ाने के लिए भारत और कर्ज देने पर विचार कर रहा है। अफ्रीकी देशों ने स्वदेशी युद्धक टैंक अर्जुन और पिनाका रॉकेट लॉन्चर खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है।
दरअसल, भारत-अफ्रीका सेना प्रमुखों का सम्मेलन 28 मार्च को अफ्रीका-भारत के संयुक्त अभ्यास ऑफ़इंडेक्स के मौके पर पुणे में आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में 31 अफ्रीकी देशों के प्रमुखों, प्रतिनिधियों, रक्षा अधिकारियों ने हिस्सा लिया। सम्मेलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे भी शामिल हुए। सम्मेलन के पहले सत्र में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने, स्थिरता को बढ़ावा देने और रक्षा क्षमताओं को एक साथ बढ़ाने के लिए अफ्रीकी देशों के साथ काम करना जारी रखेगा।
सम्मेलन में भारतीय रक्षा उद्योगों को बढ़ावा देने के अलावा संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण और रक्षा सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसी दौरान भारत और अफ्रीकी देशों के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास अफ्रीका-भारत फील्ड ट्रेनिंग एक्सरसाइज (एफइंडेक्स) भी किया गया जिसमें भारत में निर्मित हथियारों का इस्तेमाल किया गया। इनमें स्वदेशी अर्जुन युद्धक टैंक, विशेष बख्तरबंद वाहन, एडवांस्ड टोड आर्टिलरी सहित आर्टिलरी गन सिस्टम, पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर और छोटे हथियार में इजरायली राइफल्स टेवोर और नेगेव लाइट मशीन गन सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन किया गया।
कई अफ्रीकी अधिकारियों ने भारत में निर्मित रक्षा उपकरणों में रुचि दिखाई है, जिसमें विशेष रूप से बख्तरबंद वाहन और विशिष्ट वायु रक्षा प्रणाली है। भारत ने अफ्रीकी देशों के सामने स्वदेशी युद्धक टैंक अर्जुन और पिनाका रॉकेट लॉन्चर खरीदने की पेशकश रखी। कई अफ्रीकी अधिकारियों ने भारत से रक्षा हथियार खरीदने के लिए अनुकूल लाइन ऑफ क्रेडिट बढ़ाने पर जोर दिया, जिस पर अफ्रीकी देशों की रक्षा क्षमता बढ़ाने के लिए भारत और कर्ज देने पर विचार कर रहा है। सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आए केन्याई सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल पीटर एमबोगो नजीरू ने रक्षा क्षेत्र में अफ्रीका और भारत के बीच संबंधों को महत्वपूर्ण बताया।
भारत ने अफ्रीकी संघ में शामिल 42 देशों को अब तक लगभग 14 बिलियन डॉलर का ऋण दिया है। इस कर्ज का इस्तेमाल मुख्य रूप से सड़क, रेलवे और बंदरगाह के निर्माण पर होगा। सरकारी सूत्रों ने बताया कि अफ्रीकी संघ में शामिल देशों के लिए भारत को सच्चा विकास भागीदार होने में कोई हिचक नहीं है। अफ्रीका को मजबूत सुरक्षा और रक्षा वातावरण की आवश्यकता है और भारत इसके लिए अफ्रीकी देशों के साथ साझेदारी करने का इच्छुक है। अफ्रीकी देशों के लिए भारत क्रेडिट लाइन की पेशकश करने में उदार रहा है, जिसका उपयोग अफ्रीकी देश रक्षा व्यय के वित्तपोषण के लिए कर सकते हैं।