'ताइवान की जनता कर सकती है अपनी रक्षा, नहीं चाहिए किसी देश की मदद

'ताइवान की जनता कर सकती है अपनी रक्षा, नहीं चाहिए किसी देश की मदद

कैनबरा, 03 । ताइवान के नागरिक अपने देश की रक्षा करने में समक्ष हैं, उनको किसी भी देश से मदद की जरूरत नहीं है। ताइवान और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच ताइवान ने यह भी कहा कि किसी देश के साथ संघर्ष नहीं करने का इरादा नहीं रखता है। लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि कौन सा देश इस युद्ध में ताइवान के साथ खड़ा होगा। इस द्वीपीय क्षेत्र के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने ऑस्ट्रेलिया को दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही।

विदेश मंत्री वू ने कहा कि चीन की 1.4 अरब आबादी की तुलना में ताइवान की मात्र 2.3 करोड़ जनता अपनी रक्षा करना खुद जानती है और हमें किसी देश की मदद नहीं चाहिए। बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन कई बार कह चुके हैं कि अमेरिकी सेना ताइवान की मदद करेगी। हांलांकि, अमेरिकी आधिकारिक नीति इस बात पर अस्पष्ट है कि क्या और कैसे सेना भेजी जाएगी। ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस ने मार्च में कहा था कि ऑस्ट्रेलिया ने अमेरिकी परमाणु-संचालित पनडुब्बियों को प्राप्त करने के समझौते के हिस्से के रूप में ताइवान पर भविष्य के संघर्ष में अमेरिका का समर्थन करने का कोई वादा नहीं किया था। चीन द्वीपीय क्षेत्र ताइवान को अपना मानता है और कहता है कि यदि आवश्यक हुआ तो बल द्वारा ताइवान को अपने नियंत्रण में ले लेगा।