शिमला, 21 नवंबर । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने मंगलवार को कहा कि जिस तरह से वर्तमान समय में हिमाचल प्रदेश में नशा माफिया सक्रिय हो गया है और प्रदेश के जवानों को अपने कब्जे में ले रहा है यह एक चिंतनीय विषय है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बढ़ते नशा माफिया के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जानी चाहिए ।
आकाश नेगी ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में हिमाचल प्रदेश में नशे के कई मामले सामने आए हैं । हाल ही में एनआईटी हमीरपुर में चिट्टे की ओवरडोज से एक छात्र की मौत हो गई। वर्तमान समय में हिमाचल प्रदेश में नशे का चलन तेजी से बढ़ रहा है । जिससे यहां के युवाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है ।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के गांवों, शहरों और शिक्षण संस्थानों में नशे की लत गहरी जड़ें जमा चुकी है। जिसके चलते प्रदेश में आए दिन कई दुर्घटनाएं और आपराधिक गतिविधियां देखने को मिल रही हैं।
नेगी ने कहा कि देवभूमि हिमाचल प्रदेश के युवाओं का नशे में संलिप्त होना अत्यंत चिंताजनक विषय है और विद्यार्थी परिषद पूरे प्रदेश में बढ़ती नशाखोरी को रोकने के लिए एक समिति का गठन करने जा रही है। इस समिति में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के साथ-साथ युवक मंडल, महिला मंडल, राजनीतिक एवं अन्य विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को भी शामिल किया जाएगा ।
उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार भी ऐसी कोई समिति बनाती है तो विद्यार्थी परिषद का हर कार्यकर्ता नशे के जहर को रोकने के लिए राज्य सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होगा ।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद मांग करती है कि सभी शिक्षण संस्थानों में नशा माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और शैक्षणिक संस्थानों के प्रशासन को अपने परिसरों और छात्रावासों में नशे के खिलाफ कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए जाने चाहिए । पुलिस प्रशासन को नशामुक्ति अभियान के लिए विशेष दस्ता व टीम का गठन करना चाहिए व गाँव और शहरी क्षेत्रों के युवक और महिला मंडलों की मदद से इस अभियान को मजबूत किया जाना चाहिए तथा नशामुक्ति अभियान के तहत समाज को जागृत करने के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना चाहिए।