हिमाचल के पूर्व मंत्री एवं वयोवृद्ध कांग्रेस नेता मनसा राम का निधन

हिमाचल के पूर्व मंत्री एवं वयोवृद्ध कांग्रेस नेता मनसा राम का निधन

शिमला, 14 जनवरी । हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं वयोवृद्ध कांग्रेस नेता मनसा राम अब इस दुनिया में नहीं रहे। शनिवार शाम उनका शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में निधन हो गया है। वह 82 वर्ष के थे। मनसा राम लंबे समय से बीमार चल रहे थे। आईजीएमसी के एमएस डॉ राहुल राव ने उनके निधन की पुष्टि की है। उनके निधन से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह तथा भाजपा नेताओं ने मनसा राम के निधन पर शोक जताया है।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शोक संदेश में कहा कि मनसा राम ने लंबे समय तक प्रदेश की सेवा की और अपने क्षेत्र के विकास के लिए भी उल्लेखनीय योगदान दिया। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के साथ गहरी संवेदनाएं प्रकट की हैं।

मनसा राम सबसे पहले वर्ष 1967 में करसोग विधानसभा क्षेत्र से पहली बार निर्दलीय चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। इसके बाद 1972 में कांग्रेस में शामिल होकर पार्टी टिकट पर चुनाव लड़ा और हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार के मंत्रिमंडल में पहली बार मंत्री बने। वर्ष 1977 में मनसा राम को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन 1982 में मनसा राम फिर से स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतरे और जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचे।

उस दौरान वे रामलाल की सरकार में मंत्री बने। वहीं 1998 में हिमाचल विकास कांग्रेस पार्टी का दामन थामा व पार्टी टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे और जीत हासिल कर भाजपा को समर्थन देकर प्रेम कुमार धूमल की सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। इसके बाद वर्ष 2012 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की और वीरभद्र सरकार में सीपीएस के रूप में कार्य किया।