कुल्लू, 28 अक्तूबर । अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा में आए देवी देवताओं के टेंट आग की भेंट चढ़ गए यही नहीं कई दुकानें भी राख के ढेर में तबदील हो गई।
आग की घटना शुक्रवार बीती रात करीब 2 बजे हुई जब ढालपुर मैदान स्थित देवी देवताओं के अस्थाई निवास (टेंट) में अचानक आग की लपटें उठने लगी।
आग की लपटें और धुआं उठता देख वहां मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई। देवी देवताओं के टेंट में उपस्थित देवलूओं द्वारा देवी देवताओं के रथ बाहर निकाले गए लेकिन आग इतनी तेजी से फैली कि अन्य सामान निकलने के लिए वापिस टेंट में नहीं जा पाए।
अग्निकांड में देवी देवताओं ओर देवलुओंं के सामान के साथ वाद्य यंत्र भी जल गए। वहीं साथ लगी दुकानों में भी आग की लपटें पहुंच गई ओर कई दुकानें आग की चपेट में आ गई। आग के कारण दुकानों का सामान धू धू कर जल गया।
अग्निशमन दल तुरंत मौका पर पहुंच गया और आग को बुझाने के प्रयास शुरू कर दिए। तभी अचानक टेंट में रखा एक गैस सिलेंडर में धमाका हो गया लेकिन भाग्यशाली रहे अग्निशमन कर्मी की सिलेंडर की लपटें विपरीत दिशा में गई वरना हादसा बड़ा रूप पे सकता था। आग की लपटों के एक पुलिस जवान के साथ एक देवलु भी झुलस गया जिन्हे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है।
अग्निकांड के कारण करीब 30 लाख रुपए के नुकसान होने का अनुमान है। आग के कारण 13 देवी देवताओं के टेंट और 5 दुकानें पूरी तरह नष्ट हुई हैं तथा साथ लगती दुकानों को भी नुकसान पहुंचा है। आग के नुकसान का जायजा लेने के लिए राजस्व विभाग की टीम मौका पर पहुंच गई है।
उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि प्रभावितों को शीघ्र की राहत राशि के साथ सामग्री दे दी जाएगी।