हिसार, 23 अगस्त । शहर के डाबड़ा चौक स्थित एक निजी अस्पताल में आग लगने से उपचाराधीन मरीज की मौत हो गई। लगभग 40 वर्षीय अमित को डिप्रेशन के चलते अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। मृतक आयकर विभाग में कंप्यूटर आपरेटर के पद पर कार्यरत था और उसे तीन दिन पहले ही इस अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
पुलिस ने अस्पताल संचालक पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है।बताया जा रहा है कि सेक्टर 15 हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी अमित नशे का आदी था। कुछ दिनों से वह डिप्रेशन में चल रहा था। तीन दिन पूर्व उसे डाबड़ा चौक के पास स्थित परिवर्तन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। अस्पताल में नशा पीड़ितों, डिप्रेशन व सेक्स रोग से संबंधित इलाज करने का दावा किया जाता है। मंगलवार रात लगभग डेढ़ बजे अमित के कमरे में अचानक आग लग गई, जिससे झुलसने से उसकी मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि आग लगने के बाद अस्पताल का स्टाफ इधर-उधर भागने लगा। कमरे से कुछ दूरी पर बैठे उसके बेटे ध्रुव ने जब कमरे में आग लगी देखी तो बचाव का प्रयास किया। उसने अस्पताल के आग बुझाने के यंत्र देखे, लेकिन उनमें से कोई यंत्र काम नहीं कर रहा था। फिर उसने पानी की टूंटी में पाइप लगाकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक अमित की मौत हो चुकी थी।
जैसे ही परिजनों को घटना का पता चला तो वह अस्पताल में एकत्रित हो गए और धरने पर बैठ गए। उन्होंने इसे स्टाफ की लापरवाही बताते हुए चिकित्सक पर हत्या का केस दर्ज करने की मांग की। परिजनों के एकत्रित होने की सूचना पाकर डीएसपी विनोद शंकर, थाना प्रभारी विनोद कुमार, चौकी प्रभारी सिकंदर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। परिजनों की मांग पर पुलिस ने अस्पताल संचालक पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है, लेकिन परिजन हत्या का केस दर्ज करने की मांग पर अड़े हैं।