जयपुर, 26 अक्टूबर । विधानसभा आम चुनाव - 2023 के मद्देनजर निर्वाचन विभाग के निर्देश पर प्रदेश में विभिन्न एनफोर्समेंट एजेंसियां अवैध सामग्री जब्त करने के मामले में हर दिन नए रिकॉर्ड बना रही हैं। नौ अक्टूबर को आदर्श आचार संहिता लागू होने से अब तक एनफोर्समेंट एजेंसियों ने 283 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की अवैध शराब, नकदी व अन्य सामग्री जब्त कर नया रिकॉर्ड कायम किया है, जबकि 2018 के विधानसभा आम चुनाव में पूरी आचार संहिता के दौरान यानि 65 दिन में 70 करोड़ की अवैध सामग्री जब्त की गयी थी। गत विधानसभा चुनाव में आचार संहिता की पूरी अवधि के मुकाबले इस बार मात्र 16 दिन में ही 400 प्रतिशत अधिक जब्ती हो चुकी है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में धनबल, बाहुबल, लोभ-लालच और प्रलोभन मुक्त विधानसभा निर्वाचन प्रक्रिया सम्पन्न करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशन में निर्वाचन विभाग जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि इसी के चलते 9 अक्टूबर, 2023 से अब तक 283 करोड़ रुपए की अवैध नकदी, अवैध शराब व सामग्री जब्त की जा चुकी है।
गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में अलग-अलग एजेंसियों की ओर से जारी रिपोर्ट में ये जानकारी दी गयी है। 54.62 करोड़ रुपये के सीजर के साथ जयपुर प्रदेश में सबसे आगे है। दूसरे स्थान पर अलवर 15.53 रुपये, तीसरे स्थान पर उदयपुर 15.36 करोड़ रुपये, चौथे स्थान पर भीलवाड़ा 14.26 करोड़ रुपये के साथ है, वहीं 14.25 करोड़ रुपये सीजर के साथ बांसवाड़ा 5 वें स्थान पर है। इसके अलावा जोधपुर 12.08 करोड़, बाडमेर 10.98 करोड़, चित्तौड़गढ 9.81 करोड़, नागौर 9.33 करोड़, हनुमानगढ़ 8.87 करोड़ तथा सीकर से 8.25 करोड़ रुपये मूल्य की अवैध शराब, नकदी व अन्य सामग्री जब्त की गई है।
गुप्ता ने बताया कि प्रदेश भर में विभागों द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है और किसी भी संदेहास्पद मामले पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।