नवादा, 01 नवम्बर । जिले में अकबरपुर थाने के रुन्निपुर गांव से 2013 से ही गायब लड़की गुड़िया उर्फ सुमन पिता नंदू मांझी को अकबरपुर के थाना प्रभारी अजय कुमार ने बरामद कर बुधवार को उनके परिजनों से मिलाया।
मां-पिता दस वर्ष बाद बेटी को देखकर फूट-फूट कर रोई। परिजनों ने बताया कि नौवीं क्लास में पढ़ती थी वो कही चली गई थी। उसकी मां सुषमा देवी के द्वारा इसी थाने के माखर गांव के तीन मुस्लिम लड़के मो.ईशा ,मो भोला ,और गांव के राहुल कुमार पिता तुलसी सिंह को आरोपित करते हुए अपहरण का कोर्ट में परिवाद दर्ज किया था। लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं हुयी थी।
वर्ष 2019 में कोर्ट परिवाद पर अकबरपुर थाना कांड संख्या 32 /19 दर्ज किया गया। लगभग दस वर्षों से कांड लंबित चला आ रहा था। इसके बाद पता चला की फतेहपुर थाना गया में एक लड़का और दो महिला के बीच लड़ाई झगड़ा के कारण से उन्हें फतेहपुर थाना लाया गया है। लड़का गया का रहनेवाला सीडी चौधरी ने दो शादी किया है। पहली पत्नी बीएमपी में सिपाही है, जो मधुबनी में पदस्थापित है । दूसरी पत्नी गुड़िया उर्फ सुमन है ,जो अकबरपुर की रुनीपुर की रहने वाली है।
गया के चंदौती थाना अंतर्गत एक जमीन खरीदकर सीडी चौधरी मकान बनाकर गुड़िया को रहने लाया था ।तब ये समाचार उसकी दूसरी पत्नी को मालूम हुआ, तो वह अपने मां-बाप ,भाई के साथ वहां पहुंची और मारपीट शुरू कर दी। मामला फतेहपुर थाना पहुंचा और सभी को थाना लाया गया।
थाना पर गुड़िया से पूछने पर उसने बताया कि मैं अकबरपुर की रहने वाली हूं। तब फतेहपुर थाना के प्रभारी ने मुझे फोन किया तब जाकर उस गुड़िया को अकबरपुर थाना लाया। पूछताछ किया तो कुछ नही बता पा रहीं थी। बाद में अपने पिता का नाम नंदू मांझी बताया। चौकीदार ने बताया की ग्राम रूनीपुर में नंदू मांझी है, जिसकी बेटी पहले गायब हुई थी। लड़की केवल अपनी जान देने की बात कर रही थी। रूनीपुर के एक व्यक्ति को व्हाट्सएप पर इसका फोटो भेजा तो इसको पहचान लिया । उसके परिवार को सूचना दिया वो थाना आए और 10 वर्षो से बिछड़ी लड़की अपने भाई ,बाप और बहन एक दूसरे को देखकर आपस में बिलखकर बिलखकर रोने लगे। इसके बाद अपहरण कांड का पटाक्षेप हो गया।